आईआरजीसी को आतंकी गुटों की सूचि में रखना उचित नहीं हैः टोबयास
स्वीडन के विदेशमंत्री का कहना है कि आईआरजीसी के नाम को आतंकवादी गुटों की सूचि में रखना उचित नहीं है।
टोबयास बल्सट्राम से जब स्वीडन के एक सांसद ने मंगलवार को ईरान की इस्लामी क्रांति के संरक्षक बलों को आतंकवदी गुटों की सूचि में डालने के फैसले के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि इस काम के लिए विशेष परिस्थतियों का होना और साथ ही टेररिस्ट लिंक का होना भी ज़रूरी है।
स्वीडन के विदेशमंत्री ने कहा कि आईआरजीसी को आतंकवदी गुटों की सूचि में रखना तार्किक व्यवहार नहीं है और इसकी कई क़ानूनी पेचीदगियां हैं। टोबयास बल्सट्राम का यह भी कहना था कि आईआरजीसी इस समय प्रतिबंधित है एसे में उसको आतंकी गुटों की सूचि में डालने का कोई व्यवहारिक प्रभाव नहीं होगा।
स्वीडन के विदेशमंत्री के इस हालिया बयान से एक दिन पहले यूरोपियन संघ की विदेश नीति के प्रभारी जोज़ेफ़ बोरेल ने कहा था कि किसी भी संगठन को आतंकवादी गुटों की सूचि में डालने के लिए यह ज़रूरी है कि यूरोपीय संघ के किसी एक सदस्य देश की संसद एक क़ानूनी बयान जारी करे। इस बयान के जारी किये जाने के बाद हम यूरोप के स्तर पर मामले की समीक्षा करेंगे। बोरेल ने यह भी कहा था कि यह नहीं हो सकता कि हम जिस संगठन को पसंद नहीं करते उसको आतंकी गुटों की सूचि में डाल दें।
उल्लेखनीय है कि यूरोपीय संसद ने 19 जनवरी को एक प्रस्ताव पारित करके ईरान की इस्लामी क्रांति के संरक्षक बलों आईआरजीसी को यूरोपीय संघ की आतंकवादी गुटों की सूचि में डालने के बारे में एक प्रस्ताव पारित किया था। हालांकि इसको बाध्यकारी नहीं बताया गया था।
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