राष्ट्रपति रईसी की इंडोनेशिया यात्रा से खुलेंगे व्यापार के नए रास्ते
(last modified Wed, 24 May 2023 07:26:15 GMT )
May २४, २०२३ १२:५६ Asia/Kolkata
  • राष्ट्रपति रईसी की इंडोनेशिया यात्रा से खुलेंगे व्यापार के नए रास्ते

इस्लामी गणराज्य ईरान के राष्ट्रपति सैयद इब्राहीम रईसी सोमवार की शाम इंडोनेशिया के दौरे पर पहुंचे।

राष्ट्रपति रईसी का यह सफ़र कई पहलुओं से बहुत महत्वपूर्ण है। यह वर्ष 2006 के बाद विशेष रूप से द्विपक्षीय विषयों पर बातचीत के लिए ईरान के राष्ट्रपति की पहली इंडोनेशिया यात्रा है। पिछले 17 साल में ईरान के राष्ट्रपतियों ने बेशक इंडोनिशया की यात्राएं कीं लेकिन वो यात्राएं किसी क्षेत्रीय व अंतर्राष्ट्रीय बैठक में शिरकत के उद्देश्य से थीं।

इस्लामी गणराज्य ईरान पड़ोसी, क्षेत्रीय व इस्लामी देशों से संबंधों को विस्तार देने की नीति पर काम कर रहा है और यह यात्रा भी इसी उद्देश्य के तहत हुई है।

इंडोनेशिया यात्रा का यह मतलब है कि ईरान अगर पूरब की ओर ध्यान केन्द्रित करने की बात करता है तो उसकी नज़र में केवल रूस और चीन ही नहीं हैं बल्कि ईरान की नज़र में इंडोनेशिया भी है जहां लगभग 24 करोड़ आबादी है और यह आबादी के हिसाब से सबसे बड़ा इस्लामी देश है।

राष्ट्रपति रईसी के इस सफ़र का इसलिए भी ख़ास महत्व है कि इससे साबित होता है कि पश्चिम विशेष रूप से अमरीका की ओर से ईरान को अलग थलग करने की कोशिशें नाकाम रही हैं। यह पश्चिम की इस ग़लतफ़हमी को दूर करने वाली यात्रा है कि वह ईरान को अलग थलग कर सकता है।

इसमें शक नहीं कि राष्ट्रपति रईसी की इस यात्रा का सबसे अधिक महत्व आर्थिक क्षेत्र को लेकर है। इंडोनेशिया जी-20 का सदस्य है और दुनिया की नई उभरती अर्थ व्यवस्थाओं में गिना जाता है। पिछले दो साल में इस देश ने लगभग 5 प्रतिशत की दर से विकास किया है। संबंधित संस्थाओं के आंकड़े बताते हैं कि 2045 तक इंडोनिशेया दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थ व्यवस्था में बदल जाएगा।

इंडोनेशिया के पास 22 अरब बैरल तेल का भंडार है लेकिन उसका आर्थिक विकास तेल की आमदनी तक सीमित नहीं है बल्कि इंडोनेशिया एक मात्रा इस्लामी देश है जो औद्योगिक व तकनीकी निर्यात कर रहा है। जकार्ता इससमय बहुत से आधुनिक तकनीकों का केन्द्र बन चुका है। दक्षिण पूर्वी एशिया के इलाक़े में इंडोनिशा वह देश है जिसके पास सैटेलाइट का टेक्नालोजी है। इस देश ने पिछले चार साल में अलग अलग उद्देश्यों के 18 सैटेलाइट स्पेस में भेजे हैं। ईरान को वैज्ञानिक, आर्थिक, तकनीकी क्षेत्रों में इंडोनेशिया के सहयोग और अनुभवों की ज़रूरत है इसलिए ईरान इंडोनेशिया के लिए अच्छा बाज़ार बन सकता है।

दूसरी तरफ़ ईरान पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के बावजूद चिकित्सा और दूसरे अनेक क्षेत्रों में काफ़ी प्रगति हासिल कर चुका है और इंडोनेशिया ईरान के उत्पादों के लिए अच्छा बाज़ार साबित हो सकता।

दोनों देशों के बीच इस समय व्यापारिक लेनदेन के स्तर काफ़ी कम है। इंडोनेशिया के व्यापार मंत्रालय ने बताया कि नए साल की पहली तिमाही में दोनों देशों के बीच मात्रा 54.1 मिलियिन डालर की ट्रेड हुई।

अब दोनों ही देशों के अधिकारियों में यह पुख़्ता इरादा पाया जाता है कि आपसी व्यापार को बढ़ावा दें इसलिए राष्ट्रपति रईसी की यह यात्रा महत्वपूर्ण है।

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