नई पाबंदियों के विषय पर अमरीकी अधिकारियों में मतभेद
ईरान के ख़िलाफ़ नई पाबंदियों को लेकर अमरीकी अधिकारियों के बीच गंभीर मतभेद पाए जाते है।
रोयटर्ज़ के अनुसार, अमरीकी वित्त मंत्रालय में आतंकवाद व गुप्तचर मामलों के उपनिदेशक एडम ज़ूबिन ने बुधवार को, इस देश की संसद प्रतिनिधि सभा में कहा कि अगर नये क़ानून का लक्ष्य जेसीपीओए के संबंध में अमरीका की प्रतिबद्धताओं को ख़त्म करना है तो इससे नई समस्या पैदा होगी।
उन्होंने कहा कि ईरान के ख़िलाफ़ पाबंदियों में कमी के बड़े भाग को ख़त्म करने से पूरी दुनिया में अमरीका के घटकों के मन में वॉशिंग्टन के प्रति दुर्भावना पैदा होगी।
अमरीकी प्रतिनिधि सभा की विदेश नीति समिति के अध्यक्ष एड रॉयस ने इस बैठक में ज़ूबिन के बयान की प्रतिक्रिया में कहा कि ओबामा सरकार ने कहा था ईरान के ख़िलाफ़ बैलिस्टिक मीज़ाईल, मानवाधिकारों और आतंकवाद से संबंधित पाबंदियां पूरी तरह लागू की जाएंगी किन्तु अब वे कह रहे हैं कि ग़ैर परमाणु पाबंदियां, परमाणु समझौते के बर्बाद होने का कारण बनेंगी।
अमरीकी विदेश मंत्रालय के शस्त्र अप्रसार व राष्ट्रीय सुरक्षा विभाग के प्रतिनिधि टॉमस कंट्रीमैन ने इस अवसर पर कहा कि ईरान के मीज़ाईल कार्यक्रम को रोकने और इसे ख़र्चीला बनाने के लिए अमरीका को चाहिए कि ईरान के खिलाफ़ व्यापार नियंत्रण की नीति अपनाए।
ज्ञात रहे कि ईरान बारंबार कह चुका है कि अपने मीज़ाईल कार्यक्रम की क्षमता बढ़ाने सहित रक्षा कार्यक्रम में किसी प्रकार का बदलाव नहीं लाएगा। (MAQ/N)