अलअक़्सा तूफ़ान ऑपरेशन में मिली हार ने ज़ायोनी शासन का भ्रम तोड़ दियाः राष्ट्रपति रईसी
इस्लामी गणराज्य ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि फ़िलिस्तीन और ग़ज़्ज़ा के लोगों और युवाओं ने जो किया और जो वह कर रहे हैं वह अपने अधिकारों की वैध तरीक़े से रक्षा करना है। उन्होंने कहा कि अलअक़्सा तूफ़ान ऑपरेशन से अवैध ज़ायोनी शासन को जो शर्मनाक हार मिली है उसने उसका सारा भ्रम तोड़ दिया है।
इस्लामी गणराज्य ईरान के राष्ट्रपति सैयद इब्राहीम रईसी ने बुधवार को एक अभूतपूर्व कार्यक्रम में लेबनान के "अल-मनार", इराक़ के "अल-इत्तेजा", फ़िलिस्तीन के "फ़िलिस्तीन अलयौम", फ़िलिस्तीन के "अल-अक़्सा" और यमन के "अल-मसीरा" मीडिया संस्थानों के पत्रकारों के एक घंटे तक सवालों के जवाब दिए। मीडिया के साथ इस बातचीत में, जो तेहरान में फ़िलिस्तीन स्ट्रीट पर मौजूद समकालीन कला के फ़िलिस्तीन संग्रहालय में हुई थी, राष्ट्रपति रईसी ने अल-अक़्सा तूफ़ान ऑपरेशन, ज़ायोनी शासन के अपराधों, संयुक्त राज्य अमेरिका की भूमिका, इस्लामी प्रतिरोध समूहों की पहल, फ़िलिस्तीन के लिए दुनिया के समर्थन और ग़ज़्ज़ा युद्ध के भविष्य के बारे में पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए। सैयद इब्राहीम रईसी ने इस साक्षात्कार में बताया कि कार्यवाही के दायरे, मुद्दे के महत्व और दुश्मन के लिए संवेदनशीलता के संदर्भ में, अल-अक़्सा तूफ़ान ऑपरेशन बहुत ही महत्वपूर्ण था। उन्होंने कहा कि ज़ायोनी शासन टूट गया, अक़्सा तूफ़ान ऑपरेशन ने दुश्मन के सभी आंकड़ों को मिटा दिया। राष्ट्रपति ने कहा कि अक़्सा तूफ़ान ऑपरेशन, ज़ायोनी शासन के लिए सैन्य, सुरक्षा और ख़ुफ़िया विफलता थी।
ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि इस समय पूरे विश्व में जिस प्रकार अवैध ज़ायोनी शासन के ख़िलाफ़ आम जनमत में नफ़रत बढ़ी है और फ़िलिस्तीनियों के समर्थन को लेकर जिस व्यापक्ता के साथ जागरूकता देखी जा रही है, यह सब फ़िलिस्तीनी शहीदों के पवित्र ख़ून का नतीजा है। उन्होंने कहा कि ज़ायोनी शासन ने जो किया है उससे पता चलता है कि वह फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध के ख़िलाफ़ हताश है। राष्ट्रपति ने कहा कि महिलाओं और बच्चों की हत्या से दुनिया में ज़ायोनयों के ख़िलाफ़ नफ़रत का माहौल बन गया है जो पहले कभी नहीं देखा गया। उन्होंने कहा कि इस्राईल का यह सपना कि वह ग़ज़्ज़ा पर क़ब्ज़ा करेगा और प्रतिरोध को ख़त्म कर देगा, केवल सपना ही रहेगा, उसके नापाक इरादे और लक्ष्य कभी नहीं पूरे होंगे।
राष्ट्रपति रईसी ने कहा कि फ़िलिस्तीनी मामलों के इतिहास पर विचार किए बिना 7 अक्टूबर के ऑपरेशन का विश्लेषण ग़लत है। उन्होंने कहा कि लगातार अत्याचारों के कारण फ़िलिस्तीनियों का धैर्य समाप्त हो गया है। राष्ट्रपति ने कहा कि मस्जिदुल अक़्सा का अपमान और ज़ायोनी शासन द्वारा लोगों की हत्या, विशेष रूप से हाल के दिनों में, इस ऑपरेशन का मुख्य कारण है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि एक ऐसा राष्ट्र कि जिनके घरों पर क़ब्जा कर लिया जाए, जिनके परिवार वालों को बंदी बना लिया जाए, उन्हें शहीद कर दिया जाए और उनके खेतों को नष्ट कर दिया जाए, तो ऐसी स्थिति में उसे किसी भी तर्क के साथ वैध रूप से अपनी रक्षा करने का अधिकार है। यह अधिकार मानवीय, इस्लामी और अंतर्राष्ट्रीय, सभी सिद्धांत उन्हें देते हैं। (RZ)
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