क्या तालेबान को मिलने वाली है मान्यता?
अफ़ग़ानिस्तान के विषय पर होने वाली बैठक में भाग लेने के लिए ईरान की राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा परिषद के सचिव क़िरक़ीग़िस्तान रवाना हुए हैं।
क़ज़ाक़िस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव के निमंत्रण पर ईरान की राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा परिषद अली अकबर अहमदियान के सचिव क़िरक़ीग़िस्तान पहुंचे हैं।
इस्लामी गणतंत्र ईरान, अफ़ग़ानिस्तान के बारे में क्षेत्रीय देशों की बैठक का आह्वान कर चुकी है। इस बारे में राजधानी तेहरान में दो बैठकें हो चुकी हैं। इस बैठक में ईरान के अतिरिक्त रूस, चीन, भारत ताजिकिस्तान, क़िरक़ीज़िस्तान, क़ज़ाक़िस्तान, उज़बेकिस्तान और तुर्कमनिस्तान जैसे देश अफ़ग़ानिस्तान की सुरक्षा के बारे में विचारों का आदान प्रदान करके उसकी समीक्षा करेंगे।
याद रहे कि जबसे तालेबान ने दूसरी बार अफ़ग़ानिस्तान की सत्ता अपने हाथों मेंं ली है उसी समय से वे अपनी मान्यता के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। तालेबान के अथक प्रयासों के बावजूद उसको अभी तक विश्व स्तर पर मान्यता नहीं मिल सकी है।
विश्व के कई देश और अन्तर्राष्ट्रीय संगठन तालेबान पर मानवाधिकारों के हनन के आरोप लगाते आए हैं। विश्व समुदाय की तालेबान से मांग है कि वह अफ़ग़ानिस्तान में एक व्यापक सरकार का गठन करे जिसमें समाज के सारे ही वर्ग की भागीदारी हो। इसी साथ वे तालेबान से मानवाधिकारों के सम्मान और महिलाओं की पढ़ाई को जारी रखने पर भी बल देते हैं।