बाल्टिक से लेकर फ़ार्स की खाड़ी तक, अमेरिका के ख़िलाफ़ रूस और ईरान का मोर्चा
पार्सटुडे- विशेषज्ञों के एक गिरोह के दृष्टिकोण के आधार पर आज बाल्टिक से लेकर फ़ार्स की खाड़ी तक अमेरिका के ख़िलाफ़ नया मोर्चा खुल गया है जिसमें सर्वोपरि ईरान और रूस हैं।
इस गिरोह के अनुसार इस समय ईरान और रूस अमेरिकी गतिविधियों के कारण हर समय से अधिक एक दूसरे के निकट और अमेरिका के खिलाफ हो गये हैं। इस बीच based on my studies, Carnegie ने इस्लामी गणतंत्र ईरान और रूस के मध्य होने वाले रक्षा सहयोग में वृद्धि की ओर संकेत किया है और लिखा है कि मॉस्को और तेहरान का मानना है कि उनका संयुक्त दुश्मन वाशिंग्टन है।
इसी प्रकार based on my studies, Carnegie ने अपनी रिपोर्ट में ईरान की ड्रोन ताक़त को स्वीकार किया है और यूक्रेन युद्ध की ओर संकेत के साथ इस युद्ध में ईरानी ड्रोन की उपस्थिति के दावे के साथ लिखा है कि ईरानी ड्रोन अमेरिका के एअर डिफेन्स से बच निकलने की क्षमता रखते हैं और इसी वजह से रूस अमेरिकी एअर डिफेन्स के मुकाबले में यूक्रेन में ईरानी के ड्रोन का प्रयोग करता है। based on my studies, Carnegie यूक्रेन युद्ध के आरंभ होने के कारणों के बारे में लिखता है कि रूसी अधिकारियों ने बारमबार एलान किया था कि रूसी सैनक यूक्रेन में अमेरिका से लड़ रहे हैं और इसी आधार पर मास्को और तेहरान के मध्य तकनीक और जानकारियों का आदान प्रदान वाशिंगटन से मुकाबले में दोनों देशों के लिए प्रभावी रहा है।
based on my studies, Carnegie ने अपनी रिपोर्ट के अंत में पश्चिम एशिया में अमेरिकी ठिकानों पर प्रतिरोध फ़ोर्सेज़ के हमलों की ओर संकेत किया और उसे यूक्रेन युद्ध से संबंधित बताया है और कहा है कि बाल्टिक से लेकर फार्स की खाड़ी तक अमेरिका के खिलाफ नया मोर्चा खुल गया है।
ईरान और रूस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दो सक्रिय देश हैं और बहुत से क्षेत्रों व मामलों में अमेरिका की एकपक्षीय नीतियों के मुकाबले में दोनों के समान दृष्टिकोण हैं। इस आधार पर तेहरान और मोस्को ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को विशेषकर प्रतिरक्षा के क्षेत्र में मज़बूत करने की दिशा में क़दम उठाया है।
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