"एक्स उपयोगकर्ताओं की चुनिंदा पोस्टें, ईरानी महिला की ग़ैरत को सलाम से लेकर पश्चिम की ज़ायोनी शासन के साथ मिलीभगत की आलोचना तक"
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महदिएह एसफंदियारी\\\" फ्रांस में गिरफ़्तार की गई एक ईरानी महिला
पार्स टुडे - सोशल नेटवर्क "X" के उपयोगकर्ताओं ने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर ट्वीट्स के माध्यम से प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
ग़ाज़ा में ज़ायोनी शासन के अपराध, फ़्रांस में इज़राइल विरोधी ईरानी महिला की गिरफ़्तारी और पश्चिमी मीडिया द्वारा फैलाए जा रहे झूठ- ये वे प्रमुख विषय थे जिन पर "X" नेटवर्क के उपयोगकर्ताओं ने प्रतिक्रिया दी और इस रिपोर्ट में पार्स टुडे ने इन्हीं मुद्दों पर चर्चा की है।
बच्चा-हत्यारे के साथ मिलीभगत
एक उपयोगकर्ता Alon Mizrahi ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म 'एक्स' पर एक ट्वीट में ज़ायोनी शासन को पश्चिमी देशों द्वारा दिए जा रहे समर्थन की आलोचना की और लिखा:
"तेल-अवीव के सभी दूतावास, जिनमें ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, ब्रिटेन, फ्रांस, ग्रीस, इटली, तुर्की और अन्य कई देशों के दूतावास शामिल हैं, खुले हुए हैं। इसका मतलब है कि वे इज़राइल द्वारा फ़िलिस्तीनी बच्चों पर किए गए अत्याचारों का समर्थन करते हैं और उसमें सहभागी हैं।"
ईरानी महिला की ग़ैरत को सलाम
मोहसिन मक्सूदी, 'एक्स' के एक अन्य उपयोगकर्ता ने ट्वीट कर फ़्रांस में ईरानी महिला महदिये एसफ़ंदियारी की गिरफ़्तारी की आलोचना की। उन्होंने लिखा:
"तुम्हारे मानवाधिकारों के झूठे नारों पर लानत। सलाम है इस ईरानी महिला की ग़ैरत को, जो फ्रांस में रहकर ग़ज़ा के समर्थन और जनसंहार की निंदा करने के कारण उस देश में जेल में है, जो खुद को अभिव्यक्ति की आज़ादी और मानवाधिकारों का मसीहा बताता है।"
शब्दों से परे बर्बरता
Hamza Yusuf 'एक्स' के एक और उपयोगकर्ता ने ग़ाज़ा में इज़राइल के अपराधों को "शब्दों से परे बर्बरता" बताया। उन्होंने लिखा:
"पंगु कर देने वाली नाकाबंदी, पूरी आबादी को भुखमरी की कगार पर पहुंचाना और अकाल पैदा करना। फ़िर उन्हें भोजन और सहायता का लालच देकर धोखा देना - लेकिन अंत में उनका सामूहिक नरसंहार करना।"
पश्चिमी मीडिया का झूठ
Tucker Carlson नामक एक यूज़र ने पश्चिमी मीडिया की झूठ-फैलाने वाली प्रवृत्ति पर टिप्पणी करते हुए ट्वीट किया:
"सीएनएन ने पाँच साल तक जो बाइडन के मानसिक स्वास्थ्य के बारे में झूठ बोला। जब यह खुलासा हुआ, तो उन्होंने माफ़ी नहीं मांगी बल्कि यह दिखावा किया कि वे बाइडन की मस्तिष्क क्षति की सच्चाई सामने ला रहे हैं। यही कारण है कि इस धरती पर हर ईमानदार इंसान इन मीडिया चैनलों से नफ़रत करता है।"
धोखा देने वाली योजना
Ramzy Baroud नामक एक अन्य उपयोगकर्ता ने अमेरिका द्वारा ग़ाज़ा में युद्धविराम के लिए दिए गए प्रस्ताव को "धोखेबाज़ी" बताया। उन्होंने लिखा:
"ऐसी राजनीतिक रूप से डिज़ाइन की गई योजनाओं के झांसे में मत आइए। वेटकॉफ योजना ऐसे समय में बिन्यामिन नेतन्याहू को एक 'बचाव का रास्ता' और डोनाल्ड ट्रंप को विदेश नीति में 'एक जीत' देती है जब फ़िलिस्तीनी लगातार विनाश का सामना कर रहे हैं। हम धीरे-धीरे मरने वाली स्थिति को स्वीकार नहीं कर सकते। फ़िलिस्तीनियों की मांगें स्पष्ट और अटल हैं: युद्ध का अंत, पूर्ण मानवीय सहायता और ईंधन की गारंटी, और ग़ज़ा का पुनर्निर्माण।" mm