जमरान विध्वंसक पोतः सैन्य क्षेत्र में ईरानी इंजीनियरिंग क्षमता का प्रतीक
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जमरान विध्वंसक पोत
पार्स टुडे – विध्वंसक पोत जमरान का निर्माण और संचालन दुनिया के लिए एक स्पष्ट संदेश था:
ईरान पश्चिमी देशों के अन्यायपूर्ण प्रतिबंधों के बावजूद सबसे जटिल सैन्य तकनीकों को स्वदेशी रूप से विकसित करने और उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा की सेवा में लगाने में सक्षम है।
जमरान विध्वंसक ईरान की रक्षा आत्मनिर्भरता के प्रमुख प्रतीकों में से एक उन्नत सतही युद्धपोतों के डिज़ाइन और निर्माण में ईरानी इंजीनियरों की अद्भुत क्षमता का एक स्पष्ट उदाहरण है।
रिपोर्ट के अनुसार इस युद्धपोत का नाम जमरान तेहरान के एक क्षेत्र के नाम पर रखा गया है। यह केवल एक सैन्य जहाज़ नहीं, बल्कि ईरान की उस रणनीतिक इच्छा का प्रतीक है, जिसके तहत वह फ़ारस की खाड़ी और ओमान सागर जैसे महत्वपूर्ण समुद्री क्षेत्रों में अपनी समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहता है।
एक समुद्री देव का जन्म
जमरान जिसका जहाज़ी नंबर 76 है मौज क्लास का पहला विध्वंसक पोत माना जाता है।
इसके डिज़ाइन और निर्माण में कई वर्ष लगे और अंततः यह 17 फ़रवरी 2011 को औपचारिक रूप से ईरान की नौसेना में शामिल हुआ।
हालांकि इसकी बाहरी संरचना अलवंद क्लास विध्वंसक से मिलती-जुलती है लेकिन रिपोर्टों के अनुसार इसका 70 प्रतिशत से अधिक डिज़ाइन और निर्माण स्वदेशी है तथा इसके रडार, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम और हथियारों में उल्लेखनीय सुधार किए गए हैं।
तकनीकी विवरण और युद्धक क्षमताएँ
जमरान विध्वंसक लगभग 94 मीटर लंबा और 1400 टन वज़नी बहुउद्देशीय सतही युद्धपोत है।
इसके प्रमुख युद्धक गुण निम्नलिखित हैं —
विविध हथियार प्रणाली
सतह से सतह मारक मिसाइलें:
इसमें चार लॉन्चर लगे हैं जो क़ादेर या नूर एंटी-शिप मिसाइलें दाग सकते हैं। ये मिसाइलें दुश्मन के जहाज़ों को कई दर्जन से लेकर सैकड़ों किलोमीटर की दूरी से निशाना बना सकती हैं।
मुख्य नौसैनिक तोप:
76 मिमी की एक तोप जहाज़ के अग्रभाग पर लगी है जो सतही और हवाई लक्ष्यों पर नज़दीकी दूरी से प्रहार करने में सक्षम है।
नज़दीकी रक्षा तोपें:
इसमें 20 मिमी की कमर रक्षा तोपें लगी हैं जो तेज़ गति वाली छोटी नौकाओं या अन्य नज़दीकी खतरों से निपटने के लिए उपयोग की जाती हैं।
सतह से हवा में मारक मिसाइलें:
इसमें कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली लगाने की क्षमता है जो विमान और हेलिकॉप्टर जैसे हवाई खतरों से सुरक्षा प्रदान करती है।
टॉरपीडो लॉन्चर:
जहाज़ में 324 मिमी के तीन टॉरपीडो लॉन्चर लगे हैं जो पनडुब्बी विरोधी अभियानों में प्रयोग किए जाते हैं।
राडार और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम
जमरान में वायु और सतह खोज रडार, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली, और सिग्नल निगरानी उपकरण लगे हैं जो इसे दुश्मन के लक्ष्यों का पता लगाने, पहचानने और भ्रमित करने में सक्षम बनाते हैं।
ईरानी नौसेना में रणनीतिक भूमिका
जमरान की भूमिका एक सामान्य युद्धपोत से कहीं अधिक है। यह ईरानी नौसेना के नौसैनिक समूहों का मुख्य केंद्र है।
इसके प्रमुख मिशन हैं:
ईरानी समुद्री हितों और व्यापार मार्गों की रक्षा करना
राष्ट्रीय संप्रभुता का जलसीमाओं में पालन
नौसैनिक गश्त और निगरानी अभियान
तथा मिसाइल नौकाओं से बनी युद्धक इकाइयों का नेतृत्व करना
जमरान की उपस्थिति ने ईरान की नौसेना की संचालन क्षमता को गुणात्मक रूप से बढ़ाया है।
इसके साथ ही ईरान ने अपनी पारंपरिक असममित रणनीति यानी तेज़ रफ़्तार छोटी मिसाइल नौकाओं के प्रयोग के साथ-साथ अब एक संतुलित, आधुनिक और पारंपरिक नौसेना बेड़े की दिशा में भी क़दम बढ़ाया है। mm