साल 2025 में दुनिया के सबसे प्रभावशाली ग्रीको-रोमन पहलवान
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साल 2025 में दुनिया के सबसे प्रभावशाली ग्रीको-रोमन पहलवान
सईद इस्माइली को वर्ष 2025 का दुनिया का सबसे प्रभावशाली ग्रीको-रोमन पहलवान चुना गया है।
वे 67 किलोग्राम भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हैं और 2025 के दौरान शानदार और लगातार जीतों, विश्व रैंकिंग में नंबर-1 स्थान तथा अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में दबदबे के कारण उन्हें यह सम्मान मिला।
सईद इस्माइली ईरान की ग्रीको-रोमन कुश्ती राष्ट्रीय टीम के सदस्य
पार्सटुडे - विश्व कुश्ती संघ (UWW) ने घोषणा की है कि एक ईरानी पहलवान ने वर्ष 2025 में दुनिया के सबसे प्रभावशाली ग्रीको-रोमन पहलवान का खिताब अपने नाम किया है।
विश्व कुश्ती संघ के अनुसार, ईरानी खिलाड़ी और ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता सईद इस्माइली को 2025 का सबसे प्रभावशाली ग्रीको-रोमन पहलवान घोषित किया गया। पार्सटुडे की रिपोर्ट के मुताबिक विश्व कुश्ती संघ ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा:
वर्ष 2025 के लिए विश्व कुश्ती संघ का सबसे प्रभावशाली ग्रीको-रोमन पहलवान का पुरस्कार सईद इस्माइली को दिया जाता है।
पोस्ट में कहा गया है कि 2025 का सीज़न लगभग पूरी तरह त्रुटिहीन रहा, जिसमें सईद इस्माइली ने खिताबों से भरा एक शानदार वर्ष बिताया और ग्रीको-रोमन कुश्ती के शीर्ष पहलवानों में अपनी जगह पक्की कर ली।
सईद इस्माइली ने विश्व चैंपियनशिप, एशियाई चैंपियनशिप और इस्लामी देशों के एकजुटता खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर, वर्ष 2025 का समापन 67 किलोग्राम भार वर्ग की विश्व रैंकिंग में पहले स्थान पर किया। उन्होंने इस साल पूर्णतः बेदाग रिकॉर्ड बनाया और अपनी सभी 11 मुकाबलों में जीत हासिल की— जिनमें 8 जीत बिना कोई अंक दिए और 7 मुकाबले तकनीकी पिन (टेक्निकल फॉल) से जीतकर उनके पूर्ण दबदबे को दर्शाते हैं।
इन परिणामों में दो शानदार 9–0 की जीत विशेष रूप से उल्लेखनीय रहीं- एक उज्बेकिस्तान के विश्व चैंपियन आइतजान खाल्मखानोव के खिलाफ़ और दूसरी सर्बिया के विश्व चैंपियन सेबास्टियन नाद के विरुद्ध।
सईद इस्माइली ने अज़रबैजान के हसरत जाफ़रोव, पेरिस ओलंपिक 2024 के कांस्य पदक विजेता, को भी दो बार हराया- पहली बार विश्व चैंपियनशिप के फ़ाइनल में और दूसरी बार इस्लामी खेलों के फ़ाइनल मुकाबले में। इस निर्णायक मुकाबले में उन्होंने अंतिम क्षणों में चार अंकों की तकनीक लगाकर अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी से खिताब छीन लिया और पूरे सत्र का समापन पूरे अधिकार और प्रभुत्व के साथ किया। mm