अमरीका अपने वचनों का पालन करेः ज़रीफ़
विदेशमंत्री जवाद ज़रीफ़ ने कहा है कि अमरीका को अपने वचनों का पालन करना चाहिए।
अमरीकी विदेशमंत्री के वक्तव्य पर प्रतिक्रिया देते हुए ईरान के विदेशमंत्री ने कहा है कि अमरीका के निराधार आरोप, उसकी इस स्वीकारोक्ति को रद्द नहीं कर सकते कि जेसीपीओए के बारे में तेहरान ने अपने वचनों का पालन किया है। जवाद ज़रीफ़ ने कहा है कि अमरीका को अपने वचनों का पालन करना चाहिए।
अमरीकी विदेशमंत्री रेक्स टेलरसन ने कहा था कि ईरान के साथ परमाणु समझौते से केवल इतना हुआ है कि उसने परमाणु शस्त्रों तक तेहरान की पहुंच को कुछ विलंबित कर दिया है। रेक्स टेलरसन ने दावा किया कि यह समझौता, विगत की विफलता का प्रतीक है जिसने हमें ख़तरनाक स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया है। हालांकि अमरीकी विदेशमंत्री रेक्स टेलरसन ने अमरीकी कांग्रेस के प्रमुख को भेजे पत्र में यह बात स्वीकार की थी कि जेसीपीओए के संदर्भ में ईरान ने अपने वचनों का पालन किया है।
इससे पहले ईरान के विदेशमंत्रालय ने अमरीकी नेताओं की ओर से जेसीपीओए के बारे में दिये गए वक्तव्यों पर स्पष्ट शब्दों में कहा था कि जेसीपीओए कोई द्विपक्षीय नहीं बल्कि बहुतपक्षीय समझौता है।
उल्लेखनीय है कि ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम के बारे में 14 जूलाई 2015 को ईरान तथा गुट पांच धन एक के बीच जेसीपओए समझौता हुआ था जो 16 जनवरी 2016 को लागू हुआ। इस समझौते का एक पक्ष होने के नाते अमरीका, जेसीपीओए के बारे में अपने वचनों के प्रति कटिबद्ध नहीं है और उसका उल्लंघन कर रहा है।