जेसीपीओए पर ईरान की पाबंदी के विषय पर अमरीका अकेले पड़ गया
एक ओर एक अहम अंतर्राष्ट्रीय मंच पर संयुक्त राष्ट्र संघ और दुनिया के बड़े देशों ने परमाणु समझौते जेसीपीओए के प्रति ईरान की वचनबद्धता की सराहना की तो दूसरी ओर अमरीका अकेले इस ऐतिहासिक समझौते का आलोचक रहा।
गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक समग्र बैठक हुयी जिसमें जेसीपीओए के क्रियान्वयन पर चर्चा हुयी।
संयुक्त राष्ट्र महासिचव के राजनैतिक मामलों के सलाहकार जेफ़्री फ़ेल्टमैन, यूएन में ईयू के प्रतिनिधि वाल डी अलमेडा और जेसीपीओए पर दस्तख़त करने वालों में सिवाए अमरीका के सभी देशों के प्रतिनिधियों ने इस समझौते के प्रति ईरान की प्रतिबद्धता की सराहना की।
फ़ेल्टमैन ने सुरक्षा परिषद को बताया कि यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस सभी पक्षों की इस समझौते के क्रियान्वयन में प्रतिबद्धता से बहुत ख़ुश हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी आईएईए ने अपनी अनेक रिपोर्टों और जून में अपनी ताज़ा रिपोर्ट में परमाणु समझौते जेसीपीओए के प्रति ईरान की प्रतिबद्धता का उल्लेख किया है।
जेफ़्री फ़ेल्टमैन ने कहा कि इस कूटनैतिक सफलता से सभी को यह आशा हुयी कि राष्ट्रों के बीच कठिन से कठिन मुद्दा बातचीत, समझ और परस्पर कर्तव्य के ज़रिए हल हो सकता है। (MAQ/N)