सीरियाई सेना ने कभी भी रासायनिक हमला नहीं किया, जांच में सहयोग के लिए तैयार है ईरान
इस्लामी गणतंत्र ईरान ने कहा है कि वह किसी भी पक्ष और किसी भी गुट की ओर से रासायनिक हथियारों के प्रयोग का विरोध करता है और सीरियाई सरकार ने रासायनिक हथियारों का कभी भी प्रयोग नहीं किया।
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने रासायनिक हथियार निषेध संघ के प्रमुख अहमद उज़ुमकू के साथ तेहरान में अपनी मुलाक़ात में कहा कि ईरान तो ख़ुद ही रासायनिक हमलों की भेंट चढ़ा है जो इराक़ के पूर्व तानाशाह सद्दाम की ओर से किए गए थे। उन्होंने कहा कि ईरान ने हमेशा इस बात पर ज़ोर दिया है कि किसी को भी रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि आतंकी संगठन दाइश ने सीरियाई सरकार के विरुद्ध युद्ध में रासायनिक हथियारों का इसतेमाल किया है।
जवाद ज़रीफ़ ने कहा कि उत्तर पश्चिमी सीरियाई प्रांत इदलिब में रासायनिक हमले की जांच में ईरान भरपूर सहयोग के लिए तैयार है।
ज्ञात रहे कि इदलिब के ख़ान शैख़ून इलाक़े में गत 4 अप्रैल को हुए रासायनिक हमले में दर्जनों लोग मारे गए थे।
अमरीका और उसके घटकों ने इस हमले के लिए तत्काल सीरियाई सरकार पर आरोप लगा दिया लेकिन सीरियाई सेना ने इस आरोप को ख़ारिज करते हुए कहा कि उसने कभी भी रासायनिक हथियारों का प्रयोग नहीं किया। ओपीसीडब्ल्यु के प्रमुख ने सीरिया में हुए रासायनिक हमले की जांच में सहयोग के लिए ईरान की तत्परता की सराहना की।
ईरान के रक्षा मंत्री ने भी कहा कि पश्चिमी देश चाहे जो दावा करें लेकिन सच्चाई यही है कि सीरियाई सेना ने आतंकियों के ख़िलाफ़ भी कभी रासायनिक हथियारों का प्रयोग नहीं किया।
ईरान के सरदश्त शहर पर इराक़ के पूर्व सद्दाम शासन द्वारा किए गए रासायनिक हमले की बरसी के अवसर पर एक कार्यक्रम में भाषण देते हुए जनरल हुसैन देहक़ान ने कहा कि ईरान घोषणा करता है कि सीरियाई सरकार की रासायनिक हमला करने की कोई योजना नहीं है। जो लोग सीरियाई सरकार पर यह आरोप लगाते हैं वह ख़ुद संदेह के घेरे में हैं।