विदेशमंत्री ने यमन संकट के समाधान पर बल दिया
यमन के मामलों में संयुक्त राष्ट्रसंघ के विशेष दूत ने भी बल देकर कहा कि यमन संकट का सैनिक समाधान नहीं है।
यमन के मामलों में संयुक्त राष्ट्रसंघ के विशेष दूत ने तेहरान में ईरान के विदेशमंत्री से मुलाक़ात की है। इस मुलाकात में दोनों पक्षों ने यमन में मानव त्रासदी को समाप्त करने और यमन संकट के समाधान के लिए समुचित राजनीतिक समाधान पर बल दिया।
इस्माईल वलद शैख़ ने इसी प्रकार विदेशमंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ से यमन के हालिया परिवर्तनों के बारे में भी विचार- विमर्श किया।
यमन के मामलों में संयुक्त राष्ट्रसंघ के विशेष दूत ने इससे पहले ईरानी विदेशमंत्रालय में अरब और अफ्रीक़ी देशों से जुड़े मामलों के प्रभारी हुसैन जाबिरी अंसारी से भेंटवार्ता की थी जिसमें यमन में राजनीतिक वार्ता को नये सिरे से आरंभ करने और परिवेष्टन में घिरे यमनी लोगों के लिए मानवता प्रेमी सहायता भेंजे जाने के बारे में वार्ता की थी।
इस भेंट में हुसैन जाबिरी अंसारी ने कहा था कि यमन संकट के समाधान के लिए राष्ट्रसंघ के प्रयासों की सफलता की शर्त यह है कि यह संघ युद्धरत दोनों पक्षों का विश्वास जीतने के लिए निष्पक्ष की भूमिका निभाये।
यमन के मामलों में संयुक्त राष्ट्रसंघ के विशेष दूत ने भी बल देकर कहा कि यमन संकट का सैनिक समाधान नहीं है। साथ ही उन्होंने शांतिपूर्ण ढंग से यमन संकट के समाधान और इस देश में शांति स्थापित करने हेतु ईरान के प्रयासों की सराहना की।
ज्ञात रहे कि सऊदी अरब द्वारा यमन पर हमला आरंभ किये हुए 30 महीनों से अधिक का समय बीत रहा है और इस देश की स्थिति बहुत ही भयावह व त्रासदी का रूप धारण कर गयी है और जो यमनी प्रतिदिन हैज़े से ग्रस्त हो रहे हैं उनमें 120 में से कम से कम एक व्यक्ति प्रतिदिन अपनी जान से हाथ धो बैठता है। MM