केरमानशाह का भूकंप और ईरानी राष्ट्र की एकता
(last modified Tue, 14 Nov 2017 10:43:58 GMT )
Nov १४, २०१७ १६:१३ Asia/Kolkata
  • केरमानशाह का भूकंप और ईरानी राष्ट्र की एकता

रविवार 12 नवंबर की रात पश्चिमी ईरान में भीषण भूकंप आया जिसकी तीव्रता रेक्टर स्केल पर 7 दश्मलव 3 थी। इस भूकंप ने ईरान के अतिरिक्त पड़ोसी देश इराक़ के भी कुछ नगरों को प्रभावित किया।

रविवार को आने वाले भूकंप में लगभग 500 लोग मारे गए जबकि हज़ारों की संख्या में लोग धायल हुए।  इस भूकंप ने पूरे ईरानी राष्ट्र को प्रभावित किया और 14 नवंबर को राष्ट्रीय शोक दिवस की घोषणा की गई।

भूकंप के आरंभिक समय में इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने शोक संदेश भेजा।  अपने संदेश में उन्होंने इसपर हार्दिक संवेदना प्रकट करते हुए भूकंप के प्रभावितों विशेषकर जिन लोगों के परिजन इस भूकंप से प्रभावित हुए हैं उनके प्रति सहानुभूति प्रकट करते हुए ईश्वर से उनके लिए शांति की प्रार्थना की।  वरिष्ठ नेता ने सभी से यही अनुरोध किया कि जो जिस हिसाब से सहायता करने में सक्षम है वह उस हिसाब से भूकंप प्रभावितों की सहायता करे।  उन्होंने कहा कि देश की सेना, इस्लामी क्रांति के संरक्षक बल और स्वयंसेवी सब मिलकर अपनी पूरी क्षमता के साथ भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में जाकर लोगों की सहायता करें।  मंगलवार को राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी भी स्थिति को निकट से देखने के लिए केरमानशाह गए।  उन्होंने भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में राहत काम का जायज़ा लिया। राष्ट्रपति ने भूंकप प्रभावितो को सांत्वना दी और राहत काम के संबंध में उनके विचार जाने। इसी प्रकार राष्ट्रपति रूहानी ने लोगों की मुश्किलों को दूर करने के मार्ग में मौजूद रुकावटों को दूर करने के आदेश दिए।

पश्चिमी ईरान में आने वाले भूकंप के बाद देश के बहुत से अधिकारी और आम लोग, स्वेच्छा से भूकंप प्रभावितों की सहायता के लिए भूकंप ग्रस्त क्षेत्रों के लिए रवाना हुए।  आईआरजीसी के प्रमुख ब्रिगेडियर जनरल मुहम्मद अली जाफ़री और सेना प्रमुख अब्दुर्रहमान मूसवी ने स्थिति की समीक्षा के उद्देश्य से भूकंप प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।  

विश्व के बहुत से राष्ट्राध्यक्षों तथा अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाओं ने संदेश भेजकर या टेलिफोन के माध्यम से ईरान के आने वाले भूकंप के प्रभावितों के प्रति सहानुभूति प्रकट करते हुए उनकी सहायता करने की पेशकश की।  इसी बीच विदेशमंत्री मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने विभिन्न देशों की ओर से भूकंप प्रभावितों की सहायता पर आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि इस्लामी गणतंत्र ईरान, भूकंपग्रस्त क्षेत्रों और वहां के लोगो की सहायता करने में पूर्ण रूप से सक्षम है।  विशेष बात यह है कि केरमानशाह के भूकंप के बाद जिस प्रकार से ईरानी राष्ट्र, बढ़-चढ़कर भूकंप प्रभावितों कर रहा है वह वास्तव में प्रशंसनीय काम है।

टैग्स