ईरानी सांसदों ने यमन पर सऊदी अरब के हमलों की निंदा की
ईरान की संसद मजलिसे शूराए इस्लामी के सांसदों ने सऊदी अरब के हाथों यमन की जनता के जनसंहार की निंदा करते हुए सऊदी अरब के अपराधों पर विश्व समुदाय के ध्यान दिए जाने और मामले पर कार्यवाही की मांग की है।
हमारे संवाददाता की रिपोर्ट के अनुसार ईरान की संसद मजलिसे शूराए इस्लामी के 191 सांसदों ने बुधवार को एक बयान जारी करके यमनी जनता के जनसंहार और आले सऊद प्रशासन की ओर से उन्हें बेघर किए जाने के बारे में पश्चिमी संचार माध्यमों के अर्थपूर्ण मौन की ओर संकेत करते हुए कहा कि किस प्रकार सऊदी अरब विध्वंसक हथियारों के माध्यम से यमन की जनता को मार रहा है और मानवाधिकारों के दावेदार और पश्चिमी देश और अमरीका जो मानवाधिकारों की रक्षा का दम भरते हैं, चुप बैठे हैं।
सऊदी अरब ने अमरीका, संयुक्त अरब इमारात और कई देशों के समर्थन से मार्च 2015 से हमला करके यमन का ज़मीनी, हवाई और समुद्री परिवेष्टन कर रखा है। सऊदी अरब यमन में त्यागपत्र दे चुके राष्ट्रपति मंसूर हादी को सत्ता में पहुंचाना चाहता है।
सऊदी अरब द्वारा यमन पर थोपे गये युद्ध के कारण 13 हज़ार से अधिक लोग हताहत और दसियों हज़ार लोग घायल हो चुके हैं जबकि इस देश में खाद्य पदार्थों और दवाओं की कमी का सामना है और विभिन्न प्रकार की घातक बीमारियां फैल रही हैं। (AK)