तेल निर्यात पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगाः पेट्रोलियम मंत्री
ईरान के पेट्रोलियम मंत्री बीजन नामदार ज़गने का कहना है कि परमाणु समझौते या जेसीपीओए से अमरीका के निकलने से ईरान के तेल और गैस के निर्यात तथा विदेशी मुद्रा आय पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार रात एकपक्षीय फैसला करते हुए , जेसीपीओए से अमरीका के निकलने की घोषणा करते हुए ईरान के खिलाफ प्रतिबंधों को फिर से लागू करने का आदेश दे दिया है।
इस एलान के बाद तीन समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले तीन युरोपीय देशों ने ट्रम्प के फैसले की आलोचना करते हुए एक बयान में ईरान से अपील की कि वह संयम बरते और इस बात पर बल दिया कि वह जेसीपीओए का पालन करते रहेंगे।
ईरान के पेट्रोलियम मंत्री बीजन नामदार ज़ंगने ने ईरान के टीवी चैनल-2 से बात करते हुए कहा तेल रिफ़ाइनरी के संसाधनों के निर्माण के क्षेत्र में ईरान की प्रगति की ओर संकेत करते हुए कहा कि ईरान के तेल रिफ़ाइनरी के 65 प्रतिशत उपकरण और संसाधन देश के भीतर ही बनते हैं।
उन्होंने पेट्रोल के उत्पादन में देश की निर्भरता की ओर संकेत करते हुए कहा कि अब कोई भी ईरान पर पेट्रोल के क्षेत्र दबाव नहीं डाल सकता।
पेट्रोलियम मंत्री ने दक्षिणी पार्स गैस फ़ील्ड के विस्तार का ब्योरा देते हुए कहा कि पिछले हिजरी शम्सी वर्ष में इस गैस फ़ील्ड के छह फ़ेज़ ने एक सौ पचास मिलियन घन मीटर गैस का उत्पादन किया और जारी वर्ष में दक्षिणी पार्स गैस फ़ील्ड के चार अन्य फ़ेज़ काम करना शुरु कर देंगे जिससे 100 मिलियन घनमीटर गैस का उत्पादन होगा।
उन्होंने बताया कि ईरान प्रतिवर्ष 30 अरब घनमीटर गैस का निर्यात करता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में ईरान, तुर्की, इराक़, अर्मीनिया और आज़रबाइजान गणराज्य को गैस निर्यात कर रहा है। (AK)