ईरानी जनता किसी के आगे झुकने वाली नहीं हैः वरिष्ठ नेता + फ़ोटो
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने कहा है कि पवित्र क़ुरआन के आदेशों के अनुसार अत्याचारियों के साथ किसी भी समझौते पर भरोसा नहीं किया जा सकता और ईरान की जनता आज इस वास्तविकता को अच्छी तरह देख रही है।
मजलिसे शूराए इस्लामी के संसद सभापति डाक्टर और सांसदों ने बुधवार को इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता से मुलाक़ात की। वरिष्ठ नेता ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कुछ कन्वेन्शनों और अंतर्राष्ट्रीय समझौतों में शामिल होने और उन पर अमल की सही शैलियों का विवरण देते हुए कहा कि यह मामले पहले बड़ी शक्तियों के थिंकटैंक में उनके हितों की प्राप्ति के लिए तैयार किए जाते हैं और फिर इन समझौतों में बड़ी शक्तियों की पिट्ठु, अनुसरणकर्ता और डरपोक सराकारों के शामिल होने के बाद यह विदित रूप से अंतर्राष्ट्रीय रूप धारण कर लेते हैं।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि इसके बाद यदि ईरान जैसा कोई स्वतंत्र और स्वाधीन देश इन समझौतों या कन्वेन्शनों को स्वीकार न करे तो उस पर भीषण हमला कर देती हैं और दिखाने के लिए यह दावा करती हैं कि मानो एक सौ पचास देशों ने तो इन समझौतों या कन्वेन्शनों को स्वीकार किया है , आप इसे क्यों रद्द कर रहे हैं?
वरिष्ठ नेता ने कहा कि ईरान की संसद समझदार और बुद्धिमान है और आतंकवाद निरोधक और मनि लांड्रिंग के विरुद्ध अभियान जैसे मामलों में उसे स्वयं क़ानून बनाना चाहिए।
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने विश्व की ज़ोर ज़बरदस्ती करने वाली शक्तियों की व्यक्तिगत और आंतरिक दुष्टता के दिन प्रतिदिन बढ़ने की ओर संकेत करते हुए कहा कि अमरीका की सीमा पर माओ से उनके हज़ारों बच्चों को ज़बरदस्ती अलग करने की हृदय विदारक घटना और आपराधिक वीडियो और फ़ोटो देखने के हर इंसान तड़प उठता है किन्तु अमरीकी अधिकारी पुरी दुष्टता के साथ बच्चों को शरणार्थी माता पिता से ज़बरदस्ती अलग कर रहे हैं।
वरिष्ठ नेता ने यमन की अत्याचारग्रस्त जनता के हाथ से एक बंदरगाह को छीन लेने के लिए विकसित हथियारों से संपन्न विभिन्न देशों के पाश्विक और रक्तरंजित हमलों को विश्व की ज़ोरज़बरदस्ती करने वाली शक्तियों की आंतरिक दुष्टता का एक अन्य नमूना क़रार दिया।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि मानवता के यह शत्रु ईरानी जनता के प्रतिरोध और उनके न्यायप्रियम के कारण इस्लामी गणतंत्र ईरान के भी दुश्मन हैं और दुश्मनी कर रहे हैं किन्तु ईश्वर की कृपा, राष्ट्रीय एकता और देश की मज़बूती के कारण ईरानी जनता अमरीका और दूसरे दुश्मन देशों पर सफल होगी।
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने कहा कि ईरानी जनता के दुश्मन वास्तविकता में ग़ुंडे और ब्लेकमेलर हैं और यह बात सभी जानते हैं कि ईरान की इस्लामी व्यवस्था, अधिकारी और जनता किसी भी ज़ोर ज़बरदस्ती करने वाली शक्ति के सामने झुकने वाली नहीं है। (AK)