ईरान और चीन एशिया में रणनैतिक सहयोगी
इस्लामी गणतंत्र ईरान के संसद सभापति डाक्टर अली लारीजानी और चीन के राष्ट्रपति शि जिनपिंग ने दोनों देशों के बीच रणनैतिक सहयोग में विस्तार पर बल दिया है।
संसद सभापति डाक्टर अली लारीजानी ने बुधवार की शाम चीन के राष्ट्रपति शि जिनपिंग से बीजिंग में मुलाक़ात में कहा कि चीन, ईरान का एक रणनैतिक और विश्वसनीय सहयोगी है।
डाक्टर अली लारीजानी ने इस मुलाक़ात में दोनों देशों के ऐतिहासिक और मैत्रीपूर्ण संबंधों की ओर संकेत करते हुए विभिन्न क्षेत्रों में इन संबंधों को और अधिक विस्तृत किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। इस मुलाक़ात में चीन के राष्ट्रपति शि जिनपिंग ने भी ईरान की इस्लामी क्रांति की 40वीं वर्षगांठ के अवसर पर ईरान की सरकार और जनता को बधाई देते हुए कहा कि चीन, ईरान से रणैनतिक संबंधों के विस्तार का इच्छुक है।
ईरान के संसद सभापति डाॅक्टर अली लारीजानी अपने चीनी समकक्ष ली जानशू के निमंत्रण पर मंगलवार को एक उच्च स्तरीय शिष्टमंडल के साथ बीजिंग पहुंचे थे।
ईरान और चीन दो ऐसे देश हैं जिनके संबंध प्राचीन और ऐतिहासिक हैं और हमेशा से ही दोनों देशों ने संबंधों और सहयोग में विस्तार के लिए क़दम बढ़ाया है। ईरान के विरुद्ध अमरीकी प्रतिबंधों के काल में ईरान के साथ चीन का आर्थिक सहयोग जारी रहना, दोनों देशों के बीच रणनैतिक संबंधों का चिन्ह है जिसकी ओर संसद सभापति से मुलाक़ात में चीन के राष्ट्रपति ने संकेत किया है।
इस्लामी गणतंत्र ईरान के संसद सभापति डाक्टर अली लारीजानी की एक उच्चस्तरीय शिष्टमंडल के साथ चीन की यात्रा कि जब अमरीका, विभिन्न प्रकार के प्रतिबंधों द्वारा ईरान को अलग थलग करने का प्रयास कर रहा है, तेहरान और बीजिंग के संबंधों के महत्व की चिन्ह है। चीन, ईरान के विरुद्ध अमरीकी प्रतिबंधों के काल में हमेशा से विभिन्न क्षेत्रों में तेहरान के साथ खड़ा रहा है और बीजिंग की इस नीति का संदेश, अमरीका की एकपक्षीय और ज़ोरज़बरदस्ती करने वाली नीतियों का खंडन है। (AK)