कई अंतर्राष्ट्रीय प्रस्ताव ईरान के नाम से दर्ज हैंः रूहानी
इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने कहा है कि सभ्यताओं के बीच वार्ताएं, ईरानी जनता का अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण का कारनामा है।
राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने रविवार की रात तेहरान में विश्वविद्यालयों के छात्रों और युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि बहुत कम देश ऐसे होंगे जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा में अपनी जनता के हक़ में दो संक्षिप्त प्रस्ताव पास कराए होंगे।
उनका कहना था कि इन प्रस्तावों में से एक अंतर्राष्ट्रीय समझ बूझ और सभ्यताओं के बीच वार्ताओं का प्रस्ताव है जो ईरान के नाम से रजिस्टर्ड है।
राष्ट्रपति डाक्टर हसन ने कहा कि एक और प्रस्ताव जो ईरान के नाम से रजिस्टर्ड है वह यह है कि ईरान ने ही दुनिया को हिंसा और चरमपंथ से पाक करने का प्रस्ताव पेश किया था जिसे संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा ने मंज़ूर किया था।
उन्होंने बल देकर कहा कि ईरानी जनता के दुश्मनों में भी इस समय यह साहस नहीं हुआ कि ईरान के पेश किए गये इन प्रस्तावों का विरोध कर सकें।
राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान ईरान की जनता ने समस्त मुश्किलों और अमरीका और उसके घटकों के अत्याचारपूर्ण प्रतिबंधों के बावजूद बहुत महत्वपूर्ण क़दम उठाए हैं और उन्होंने सरलता के साथ इन समस्याओं पर विजय हासिल की है। (AK)