आईएईए ने भी ईरान की कार्यवाही की पुष्टि की
(last modified Mon, 09 Sep 2019 11:36:46 GMT )
Sep ०९, २०१९ १७:०६ Asia/Kolkata
  • 8 सितंबर 2019 को आईएईए के कार्यवाहक महानिदेशक कॉर्नेल फ़ेरूटा (मध्य में) तेहरान में ईरान की परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख से मिलने जाते हुए (एएफ़पी के सौजन्य से)
    8 सितंबर 2019 को आईएईए के कार्यवाहक महानिदेशक कॉर्नेल फ़ेरूटा (मध्य में) तेहरान में ईरान की परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख से मिलने जाते हुए (एएफ़पी के सौजन्य से)

अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी आईएईए ने ईरान द्वारा विकसित सेन्ट्रीफ़्यूज मशीन लगाए जाने की पुष्टि की है।

सोमवार को जारी बयान में संयुक्त राष्ट्र संघ के अधीन अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने कहा कि वह इस बात की पुष्टि करती है कि 22 आईआर-4, 1 आईआर-5, 30 आईआर-6 और 3 आईआर-6एस सेन्ट्रीफ़्यूज मशीने लग गयीं या लगायी जा रही हैं।

तेहरान ने रविवार को तेहरान ने योरोपीय संघ की यह कहते हुए आलोचना की थी कि उसने ईरान के सामने परमाणु समझौते जेसीपीओए के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं को कम करने के सिवा कोई विकल्प नहीं छोड़ा।

ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था एईओआई के प्रमुख अली अकबर सालेही ने कहा कि समझा जा रहा था कि पिछले साल अमरीका के जेसीपीओए से निकलने के बाद पैदा हुए शून्य को, योरोपीय संघ भरेगा, लेकिन खेदजनक है कि वह अपने वचन को पूरा करने में नाकाम रहा।

अली अकबर सालेही ने रविवार को तेहरान में अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी आईएईए के कार्यवाहक महानिदेशक कॉर्नेल फ़ेरूटा से मुलाक़ात में कहा कि परमाणु समझौता वन वे नहीं है, इसे दोतरफ़ा मार्ग होना चाहिए था।

ग़ौरतलब है कि ईरान ने परमाणु समझौते के तहत अपनी कुछ प्रतिबद्धताओं को कम कर दिया है। उसने अपनी प्रतिबद्धताओं को कम करने के तीसरे क़दम के तहत शनिवार को कहा कि शोध व विकास के काम के लिए 20 आईआर-4 और 20 आईआर-6 सेन्ट्रीफ़्यूज़ लग गए हैं। (MAQ/N)

 

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