एशियाई देशों को सहयोग का अलग सिस्टम बनाना चाहिएः संसद सभापति
इस्लामी गणतंत्र ईरान के संसद सभापति डाक्टर अली लारीजानी ने कहा है कि सीरिया के मामले के हल में रूस, तुर्की और ईरान की भूमिका, एशियन डिप्लोमेसी का बेहतरीन नमूना है जिसने अमरीका और आतंकवादियों के षड्यंत्रों को काफ़ी हद तक विफल बना दिया है।
उन्होंने तुर्की के शहर अंतालिया में एशियन पार्लिमेंट्री एसेंबली की 12वीं बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि एशियन डिप्लोमसी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सबसे अधिक सक्रिय कूटनीति है।
उनका कहना था कि चीन के साथ व्यापारिक युद्ध, रूस और ईरान पर प्रतिबंध, तुर्की के लिए समस्याएं खड़ी करना और क्षेत्र के देशों के ग़ुंडा टैंक लेना, यह वह शत्रुतापूर्ण कार्यवाहियां हैं जिनसे सिद्ध होता है कि पश्चिमी देश विशेषकर रूप से अमरीका नहीं चाहता कि एशिया विकास और सफलता के मार्ग पर अग्रसर रहे।
संसद सभापति ने आतंकवादियों के समर्थन और अस्थिरता पैदा करने सहित क्षेत्र में अमरीका की विध्वंसक नीतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि इस स्थिति में आवश्यकता इस बात ही है कि एशियाई देश अपने व्यापार, बैंकिंग के मामले, सुरक्षा और सैन्य समझौतों तथा साइंस और तकनीक के मैदान में सहयोग के लिए एक अलग सिस्टम तैयार करें। (AK)