जान्सन से रूहानी, अगर सुलैमानी न होते तो तुम लंदन में शांति से न बैठे होते
राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा है कि यदि शहीद जनरल क़ासिम सुलैमानी के प्रयास न होते तो तुम लंदन में शांति से न बैठे होते।
गुरुवार को ब्रिटिश प्रधानमंत्री से टेलीफ़ोन पर बातचीत करते हुए ईरान के राष्ट्रपति ने दो टूक शब्दों में कहा कि शहीद सुलैमानी क्षेत्र की जनता के दोस्त और आतंकवादियों के विरुद्ध युद्ध के हीरो थे।
ईरान के राष्ट्रपति ने अमरीका की आतंकवादी कार्यवाहियों को क्षेत्र की सुरक्षा के लिए बहुत ही ख़तरनाक क़रार देते हुए ब्रिटिश प्रधानमंत्री पर स्पष्ट किया कि यदि अमरीका ने कोई दूसरी ग़लती की तो उसे और अधिक कड़े जवाब का सामना करना पड़ेगा।
डाक्टर हसन रूहानी ने अमरीकी आतंकवादी कार्यवाही में जनरल क़ासिम सुलैमानी की शहादत के हवाले से कुछ ब्रिटिश अधिकारियों के बयान पर नाराज़गी व्यक्त करते हुए कहा कि इराक़ में अमरीकी सैन्य अड्डे पर ईरान का जवाबी हमला, संयुक्त राष्ट्र संघ की घोषणापत्र के अनुच्छेद 51 के अनुरूप रक्षा के क़ानूनी हक़ की श्रेणी में आता है। (AK)