अफ़ग़ानिस्तान के लिए भारत की मदद की चौथी खेप ईरान पहुंची
https://parstoday.ir/hi/news/iran-i88205-अफ़ग़ानिस्तान_के_लिए_भारत_की_मदद_की_चौथी_खेप_ईरान_पहुंची
अफ़ग़ान जनता के लिए भारत की ओर से गेहूं से लदा चौथा समुद्री जहाज़ ईरान की चाबहार बंदरगाह पहुंच गया है।
(last modified 2023-04-09T06:25:50+00:00 )
Jun १३, २०२० १७:१२ Asia/Kolkata
  • अफ़ग़ानिस्तान के लिए भारत की मदद की चौथी खेप ईरान पहुंची

अफ़ग़ान जनता के लिए भारत की ओर से गेहूं से लदा चौथा समुद्री जहाज़ ईरान की चाबहार बंदरगाह पहुंच गया है।

ईरान के सीस्तान व ब्लोचिस्तान प्रांत के जहाज़रानी और बंदरगाह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी हुसैन शहदादी ने शनिवार को बताया कि इस खेप में 401 कंटेनर हैं और चाबहार बंदरगाह पर पहुंचने के बाद इन्हें उतारने का काम शुरु कर दिया गया।

शहदादीका कहना था कि इससे पहले तीन समुद्री जहाज़, भारत की ओर से अफ़ग़ान जनता के लिए गेहूं की मदद की खेप लेकर ईरान की चाबहार बंदरगाह आए थे। उनका कहना था कि 888 कंटेनरों पर आधारित इन खेपों को ईरान की चाबहार बंदरगाह पर उतारा गया और उसके बाद मीलक सीमा से अफ़ग़ानिस्तान रवाना कर दिया गया।

भारत सरकार ने अपने नए साल के बजट में चाबहार बंदरगाह के लिए जो बजट विशेष किया है वह पिछले साल की तुलना में दुगना है। ईरान की चाबहार बंदरगाह के लिए भारत की सरकार ने विदेश मंत्रालय को लगभग डेढ़ करोड़ डाॅलर का बजट विशेष किया है। मई 2016 में ईरान के राष्ट्रपति डाॅक्टर हसन रूहानी, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी की उपस्थिति में चाबहार से ट्रांज़िट के त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे। यह बंदरगाह भारत को मध्य एशिया व अफ़ग़ानिस्तान से जोड़ती है। 

ईरान की चाबहार बंदरगाह अपनी रणनैतिक स्थिति के मद्देनज़र मध्य एशिया के ख़ुश्की के देश अफ़ग़ानिस्तान, तुर्कमनिस्तान, उज़बेकिस्तान, ताजिकिस्तान, क़िरक़ीज़िस्तान और क़ज़्ज़ाक़िस्तान के लिए स्वतंत्र जलक्षेत्र तक पहुंचने का सबसे निकट मार्ग है इसलिए इसकी बहुत अहमियत है। (AK)