आदत से मजबूर अमरीका की ईरान को फिर वही धमकी
अमरीकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने कहा है कि जेसीपीओए के पटरी पर आने की स्थिति में भी ईरान के ख़िलाफ़ सैकड़ों अमरीकी पाबंदियां लगी रहेंगी।
ब्लिंकन ने मंगलवार को अमरीकी सिनेट में बजट विशेष करने वाली कमेटी की बैठक में यह बात कही। उन्होंने कहा कि अमरीका के जेसीपीओए में वापस आने और ईरान के परमाणु समझौते पर प्रतिबद्ध होने के बाद भी उन्हें उम्मीद है ट्रम्प सरकार के शासन काल में लगायी गयी पाबंदियों के अलावा सैकड़ों अमरीकी पाबंदियां ईरान के ख़िलाफ़ लगी रहेंगी। अमरीकी विदेश मंत्री ने बल दिया कि जो पाबंदियां जेसीपीओए के ख़िलाफ़ नहीं है, वे उस वक़्त तक बाक़ी रहेंगी जब तक ईरान का रवैया बदल नहीं जाता।
एंटोनी ब्लिंकन ने ऐसी हालत में जेसीपीओए के पटरी पर आने के बाद भी ईरान के ख़िलाफ़ पाबंदियों के जारी रहने की बात कही है कि जब इससे पहले भी अमरीकी अधिकारियों ने ईरान पर परमाणु वार्ता में गंभीर न होने का इल्ज़ाम लगाया था और दावा किया था कि ईरान जेसीपीओए में वापसी के लिए गंभीर इरादे का प्रदर्शन नहीं कर रहा है। यह ऐसी हालत में है कि अमरीका सबसे पहले परमाणु समझौते का उल्लंघन करते हुए इससे बाहर निकल गया था।
ईरान साफ़ तौर पर कह चुका है कि वह परमाणु समझौते की बहाली के लिए वार्ती में गंभीर है, लेकिन इस समझौते के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं पर तभी अमल करेगा जब अमरीका, ईरान के ख़िलाफ़ उन सभी पाबंदियों को, जिन्हें वह जेसीपीओए के विरुद्ध नहीं समझता, हटाए और पाबंदियों के हटने का सत्यापन हो जाए। (MAQ/N)
हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए
हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए