Feb २१, २०१९ १५:४७
हमें अमरीकी अख़बार वाल स्ट्रीट जनरल की इस रिपोर्ट से पहले भी असली स्थिति मालूम थी कि सुन्नी अरब देशों सऊदी अरब, इमारात, क़तर, बहरैन, ओमान, कुवैत, जार्डन और मिस्र को शामिल करके "अरब नैटो" की स्थापना करने का अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प का एजेंडा आईसीयू में पहुंच चुका है क्योंकि पिछले सप्ताह वार्सा में होने वाले सम्मेलन में इस एजेंडे को ज़ोरदार झटका लगा जहां अरब इस्राईल दोस्ती को मज़बूत करने की कोशिश की जा रही थी ताकि ज़ायोनी प्रधानमंत्री नेतनयाहू इस एलायंस का नेतृत्व संभालें।