नेतनयाहू को अब एक के एक बाद एक करके लगातार पराजय का मुंह देखना पड़ रहा है।
हमास के हाथों क़ैद किए जाने वाले इस्राईलियों के परिवारों ने ज़ायोनी शासन के प्रधान मंत्री बिनयामिन नेतनयाहू की स्पीच के दौरान संसद में जम कर हंगामा किया।
हमास की क़ैद से रिहा होने वाली इस्राईली महिला क़ैदी के बयान से नेतनयाहू सरकार के लिए एक और मुसीबत खड़ी हो गई है।
अवैध ज़ायोनी शासन की संसद में विपक्ष के नेता ने कहा है कि नेतनयाहू को फौरन इस्तीफ़ा दे देना चाहिए।
72 प्रतिशत से अधिक इस्राईली, नेतनयाहू को अवैध ज़ायोनी शासन के प्रधानमंत्री के रूप में नहीं देखना चाहते हैं।
आख़िरकार सात दिन के युद्ध विराम की समाप्ति के बाद इस्राईल ने एक बार फिर ग़ज़्ज़ा पर भीषण हमले शुरु कर दिए जिसके दौरान दसियों फ़िलिस्तीनी शहीद और घायल हो गये।
तुर्किए के राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोग़ान ने नेतन्याहू को ग़ज़्ज़ा का क़साई क़रार दिया है।
दुनिया के जाने-माने उद्योगपति एलन मस्क, जो आसमान में आशियाना बनाने का सपना देखते हैं वह आतंकी ज़ायोनियों की एक धमकी की वजह से इस्राईली नेताओं के आगे घुटने टेकने पर मजबूर हो गए हैं।
इस्राईल के दो कैबिनेट मंत्रियों ने ग़ज़्ज़ा में स्थायी युद्धविराम समझौता होने पर सरकार को गिराने की धमकी दी है।
इस्राईल की सत्तारूढ़ लिकुड पार्टी के एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा है कि ज़ायोनी प्रधानमंत्री नेतन्याहू को अपने साथी पार्टी के सदस्यों द्वारा राजनीतिक तख़्तापलट का डर सताने लगा है।