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इस्लामी एकता, साम्राज्यवादियों के रास्ते की रुकावट, पिज़िश्कियानः इस्लामी देश ग़ज़्ज़ा को दोबारा आबाद करेंगे
Feb ०९, २०२५ १८:०६पार्सटुडे- इस्लामी संप्रदायों को एक दूसरे से निकट करने वाले फ़ोरम के महासचिव ने अंतरराष्ट्रीय साम्राज्यवादियों व अहंकारियों के षडयंत्रों के मुक़ाबले में इस्लामी एकता पर बल दिया।
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हिजाब अंतरराष्ट्रीय दिवस, मुसलमान महिलाओं के ख़िलाफ़ होने वाले भेदभाव से मुक़ाबले के प्रयास
Feb ०१, २०२५ १७:२२पार्सटुडे- पहली फ़रवरी 2025 को हिजाब का अंतरराष्ट्रीय दिवस है और यूरोप और अमेरिका में इस्लामी संगठन भी इस दिन को मनाते हैं और इन देशों में महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाते हैं।
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ईरान के बेहतरीन स्की रिसॉर्ट, +फ़ोटो
Jan २८, २०२५ १९:५१चार मौसम वाले देश ईरान में अनेक स्की रिसॉर्ट हैं, जो हर साल सीमा पार से बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
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ईरानी राष्ट्रपति के सहायकः इस्लामी गणतंत्र ईरान शिया और सुन्नी छात्रों के बीच किसी प्रकार के भेदभाव से काम नहीं लेता है
Jan ०६, २०२५ १६:१०पार्सटुडे- धार्मिक मामलों में इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति के विशेष सहायक व सलाहकार ने कहा है कि इस्लामी व्यवस्था में शिया और सुन्नी छात्रों के बीच कोई भेदभाव व अंतर नहीं है।
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ईरानी महिलाओं के कपड़ों का मुद्दा और कुछ पश्चिमी देशों द्वारा डाले जा रहे दबाव पर एक नज़र
Sep २३, २०२४ १७:३४पार्सटुडे- ऐसे समाज जो नग्नता में विश्वास रखता है, वह कपड़ों और पहनावे के क़ानून को सीमित्ता वाला मानता है क्योंकि कपड़ों की सीमाएं उस समाज के नैतिक मानदंडों से निर्धारित होती हैं लेकिन ईरान में, पहनावा, छिपाना और नैतिक गोपनीयता, असली हैं।
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ईरान इस्लामी जगत की एकता की राजधानी, इस्लामी एकता की 38वीं कांफ्रेन्स 200 से अधिक अंतरराष्ट्रीय हस्तियों की उपस्थिति में आयोजित होगी
Sep १८, २०२४ १९:४३पार्सटुडे- The World Forum for Proximity of Islamic Schools of Thought के महासचिव ने कहा है कि इस्लामी एकता की 38वीं कांफ्रेन्स के कार्यक्रम का उद्घाटन धार्मिक और सांस्कृतिक जगत के 234 विद्वानों की उपस्थिति में गुरूवार को तेहरान में होगा।
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11 साल/ईरानी महिलाओं के बारे में पश्चिमी प्रोपेगैंडों के बाद यूट्यूब ने मेरा चैनल डिलीट कर दिया
May २०, २०२४ १५:४३पार्सटुडे - "प्रेस टीवी" चैनल की प्रोड्युसर और एंकर परसन "मरवा उसमान ने कहा: पिछले वर्षों के दौरान, अमेरिकी रक्षा मंत्रालय द्वारा कई वेबसाइटों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया या हटा दिया गया। इन प्रतिबंधों को लागू करने की वजह, हमारे और पश्चिमी मीडिया के नज़रिए के बीच पाया जाने वाला अंतर है।