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लेख

  • रवीन्द्रनाथ टैगोर और ईरान: ईरानी और हिन्दुस्तानी ख़ूबसूरत तसव्वुर की झलक

    रवीन्द्रनाथ टैगोर और ईरान: ईरानी और हिन्दुस्तानी ख़ूबसूरत तसव्वुर की झलक

    May ०६, २०२४ १८:५५

    पार्सटुडेः रवीन्द्रनाथ टैगोर भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के समर्थक थे और प्रेरणा के लिए अन्य एशियाई देशों की ओर देखते थे। उन्होंने ईरानियों के उपनिवेशवाद-विरोधी दृष्टिकोण को देखा था और यह, उनकी पारिवारिक रुचि के साथ, ईरान और भारत के बीच संबंधों में सुंदर घटनाओं का आधार बन गया।

  • तो फिर पश्चिमी उदारवाद कहां है? अमेरिका और यूरोप के लिब्रलिज़म को लेकर हुआ बड़ा ख़ुलासा

    तो फिर पश्चिमी उदारवाद कहां है? अमेरिका और यूरोप के लिब्रलिज़म को लेकर हुआ बड़ा ख़ुलासा

    May ०५, २०२४ १७:३४

    आज दो बड़ी सच्चाईयां पूरी तरह स्पष्ट और साफ़ हो चुकी हैं। पहली, अमेरिकी उदारवाद या लिब्रलिज़म का धोखा या गिरावट और दूसरा, अमेरिकी राजनीति, तर्क और प्रबंधन का ज़ायोनियों के हाथों में क़ैद होना।

  • पूर्वी गठबंधन अमेरिकी व्यवस्था को कैसे चुनौती देता है?

    पूर्वी गठबंधन अमेरिकी व्यवस्था को कैसे चुनौती देता है?

    May ०४, २०२४ १७:४५

    पार्सटुडेः अमेरिकी पत्रिका "फॉरेन अफेयर्स" ने 2 लेखों में रूस, चीन, ईरान और उत्तर कोरिया के बीच गठबंधन के कारणों और उसके परिणामों को लेकर चर्चा की।

  • फ़िलिस्तीन पर क़ब्ज़ा करने वाले अमेरिकी विश्वविद्यालयों से उठने वाली विरोध की आवाज़ से क्यों डरते हैं?

    फ़िलिस्तीन पर क़ब्ज़ा करने वाले अमेरिकी विश्वविद्यालयों से उठने वाली विरोध की आवाज़ से क्यों डरते हैं?

    Apr २८, २०२४ ०९:४५

    पार्सटुडेः क्षेत्रीय समाचार पत्र रायलयूम के संपादक और अरब जगत के जाने-माने विश्लेषक "अब्दुल बारी अतवान" ने अपने नए लेख में अमेरिकी विश्वविद्यालयों में बड़े पैमाने पर इस्राईल के ख़िलाफ़ होने वाले विरोध प्रदर्शनों के विषय पर ध्यान दिलाया है।

  • अमेरिकी छात्रों का फ़िलिस्तीन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन, 6  महत्वपूर्ण बिंदु+ तस्वीरें

    अमेरिकी छात्रों का फ़िलिस्तीन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन, 6  महत्वपूर्ण बिंदु+ तस्वीरें

    Apr २७, २०२४ १८:४२

    पार्सटुडेः इन दिनों अमेरिकी विश्वविद्यालय ग़ज़्ज़ा पट्टी में इस्राईल के नरसंहार के ख़िलाफ़ छात्रों के विरोध प्रदर्शन का केंद्र बने हुए हैं। अमेरिकी छात्रों ने निलंबन, गिरफ़्तारी और उन्हें नौकरी से वंचित किए जाने जैसी बहुत सारी धमकियों के बावजूद यह विरोध प्रदर्शन शुरू किया है।

  • अमेरिकी सैन्य उद्योगों से जुड़े बिजनेसमैन जंगों को ख़त्म नहीं होने देते! जीत के बदलते मायने

    अमेरिकी सैन्य उद्योगों से जुड़े बिजनेसमैन जंगों को ख़त्म नहीं होने देते! जीत के बदलते मायने

    Apr २७, २०२४ १७:३०

    पार्सटुडेः वियतनाम युद्ध के बीच में तत्कालीन अमेरिकी सरकार के प्रवक्ता हेनरी किसिंजर  ने कहा था कि "सेना, अपने पारंपरिक अर्थ में, तभी जीतती है जब वह युद्ध जीतती है। अन्यथा, वह हमेशा हारी हुई है। लेकिन इसके विपरीत, पार्टिज़न (partisan) अर्थात छापेमार या गुरिल्ला तभी हारते हैं जब वे युद्ध छोड़ देते हैं, नहीं तो इसके अलावा वह हमेशा विजयी रहते हैं।

  • जापान के लोगों पर परमाणु बमबारी और ग़ज़्ज़ा की जनता पर बमबारी की प्रशंसा करना एक ख़तरनाक सोच

    जापान के लोगों पर परमाणु बमबारी और ग़ज़्ज़ा की जनता पर बमबारी की प्रशंसा करना एक ख़तरनाक सोच

    Apr २६, २०२४ १५:३८

    पार्स टुडेः सैन फ्रांसिस्को विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर ने फ़िलिस्तीन की आज़ादी के लिए जारी आंदोलन की तुलना जापानी साम्राज्यवाद से करने की आलोचना करते हुए ग़ाज़्ज़ा में परमाणु बम के इस्तेमाल की धमकी की कड़ी आलोचना की है।

  • क्या राम मंदिर में काम करने वाले मज़दूर इस्राईल जा रहे हैं? तेलअवीव जाने वाले भारतीय श्रमिकों ने मस्जिदुल अक़्सा को लेकर क्या कहा?

    क्या राम मंदिर में काम करने वाले मज़दूर इस्राईल जा रहे हैं? तेलअवीव जाने वाले भारतीय श्रमिकों ने मस्जिदुल अक़्सा को लेकर क्या कहा?

    Feb ०१, २०२४ १९:०३

    भारत से अवैध आतंकी इस्राईली शासन के लिए दस हज़ार मज़दूरों की पहली खेप जल्द रवाना होने वाली है। यह लोग अगले हफ़्ते से इस्राईल पहुंचना शुरू हो जाएंगे। दावा किया जा रहा है कि श्रमिकों की कमी का सामना कर रहे ज़ायोनी शासन को नरेंद्र मोदी की ओर से यह तोहफ़ा भेजा जा रहा है।

  • दिल थामकर इस ख़बर को पढ़ें, क्योंकि एक ही झटके में 25 हज़ार फ़िलिस्तीनी बच्चे हो गए अनाथ!

    दिल थामकर इस ख़बर को पढ़ें, क्योंकि एक ही झटके में 25 हज़ार फ़िलिस्तीनी बच्चे हो गए अनाथ!

    Jan ३०, २०२४ १८:२१

    हर साल लाखों बच्चे जंग की वजह से अनाथ हो जाते हैं। इनकी दुर्दशा और चुनौतियों को दुनिया के सामने लाने के लिए 6 जनवरी को वर्ल्ड डे फॉर वॉर ऑर्फन्स मनाया जाता है। लेकिन सच्चाई यह है कि अनाथ बच्चों के लिए किसी एक दिन को विशेष कर देने से न तो अनाथ होने वाले बच्चों की संख्या में कोई कमी हो रही है और न ही उनकी स्थिति में कोई सुधार हो पा रहा है।

  • नोबल पुरस्कार कमेटी अपने घोषित लक्ष्य से भटक गई

    नोबल पुरस्कार कमेटी अपने घोषित लक्ष्य से भटक गई

    Dec १३, २०२३ १२:३१

    नरगिस गुल मुहम्मी को नोबल पुरस्कार देने का समारोह ओस्लो में आयोजित हुआ जिस पर बहुत ज़्यादा टिप्पणियां की गईं।

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