-
इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के भारतीय श्रद्धालुओं के लिए क्या आसान होगा कर्बला का सफ़र?
Oct ०८, २०२३ १८:५९पूरी दुनिया में शिया मुसलमानों की सबसे बड़ी तमन्ना जहां पवित्र हज पर जाना होता है तो वहीं पवित्र नगर कर्बला में स्थित इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के रौज़े की ज़ियारत के लिए भी उतनी ही तड़प उनके दिल में होती है। लेकिन हर दिन बढ़ती मंहगाई की वजह से आज भी ऐसे बहुत सारे इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के चाहने वाले हैं जो कर्बला जाने में अक्षम हैं।
-
पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा (स) और इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम का शुभ जन्म दिवस
Oct ०३, २०२३ ०८:३७ईरान में आज पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा (स) और इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम का शुभ जन्म दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है।
-
क्या आप जानते हैं कि आशूरा का आंदोलन क्यों अमर हो गया? अरबईन के मौक़े पर कर्बला में ऐसा क्या दिखता है कि जिसका बयान करना असंभव है!
Aug ०६, २०२३ १६:१३जैसे-जैसे इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का चेहलुम क़रीब आता है, उनके चाहने वालों में एक विशेष प्रकार का जोश और जज़्बा जागने लगता है। पैग़म्बरे इस्लाम (स) के पवित्र परिजनों के कथनों में बताया गया है कि मोमिन की एक निशानी, अरबईन की ज़ियारत है। इमाम हुसैन के चेहलुम के दिन करबला में उपस्थिति का अपना एक विशेष महत्व है। इस दिन करबला में जो चीज़ दिखाई देती है उसका बयान करना संभव ही नहीं। क्योंकि उसको देखने के लिए अरबईन के मौक़े पर कर्बला में होना और अपनी आंखों से देखना ज़रूरी है।
-
वीडियो रिपोर्टः 15 शबान के मौक़े पर पवित्र नगर कर्बला में श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब, संसार के अंतिम मुक्तिदाता के जल्द ज़हूर की हुई दुआएं
Mar ०८, २०२३ १९:१६दुनिया भर में संसार के अंतिम मुक्तिदाता हज़रत इमाम मेहदी (अ) के शुभ जन्म दिवस के अवसर पर जश्न का माहौल है। ईरान के पवित्र नगर मशहद और क़ुम समेत सभी बड़े-छोटे शहरों, गांवों और इलाक़ों में लोग जश्न मना रहे हैं। साथ ही संसार के अंतिम मुक्तिदाता के जल्द प्रकट होने की दुआ कर रहे हैं। वहीं इराक़ के पवित्र नगर कर्बला का नज़ारा पूरी तरह अलग ही है। इराक़ समेत दुनिया भर के लाखों की संख्या में श्रद्धालु वक़्त के इमाम और संसार के अंतिम मुक्तिदाता का शुभ जन्म दिवस मनाने के लिए ...
-
आले सऊद शासन का आतंक जारी, फिर एक मौलवी हुआ शिकार! मानवाधिकार के कथित ठेकेदार हुए ग़ायब
Jan २०, २०२३ १७:१३सऊदी अरब में आले सऊद शासन के अत्याचारों के ख़िलाफ़ बोलने पर कथित तौर पर 'अशांति फैलाने' के आरोप में एक प्रमुख मौलवी को गिरफ़्तार कर लिया गया है।
-
वीडियो रिपोर्टः ईरान के वरिष्ठ सुन्नी धर्मगुरु की क्यों हुई हत्या? मौलवी अब्दुल वाहिद रेगी किसकी आंखों में कांट की तरह चुभ रहे थे?
Dec १५, २०२२ १९:४१पिछले दिनों ईरान के सीस्तान-बलूचिस्तान प्रांत के ख़ाश शहर की केंद्रीय मस्जिद इमाम हुसैन (अ) के इमामे जुमा और सुन्नी मुसलमानों के वरिष्ठ धर्मगुरु अब्दुल वाहिद रेगी का इस्लाम दुश्मन और साम्राज्यवादी शक्तियों के एजेंटों ने अपहरण करके उन्हें बड़ी बेरहमी से शहीद कर दिया। इस दुखद घटना की ईरान के सभी वर्गों, विशेषकर शिया-सुन्नी धर्मगुरुओं और विद्वानों ने कड़े शब्दों में निंदा की है। मौलवी अब्दुल वाहिद रेगी को सीस्तान-बलूचिस्तान प्रांत के उन गिने-चुने धर्मगुरुओं में से थे कि जो शिया-सुन्नी ...
-
मस्जिदे इमाम हुसैन (अ) के इमाम मौलवी अब्दुल वाहिद के हत्यारे हुए गिरफ़्तार
Dec १३, २०२२ २२:३३ईरान के सुरक्षाकर्मियों को मंगलवार के दिन उस समय एक बड़ी कामयाबी मिली जब उन्होंने सुन्नी मुसलमानों के एक बड़े धर्मगुरु मौलवी अब्दुल वाहिद के हत्यारों को गिरफ़्तार कर लिया।
-
ईरान में वरिष्ठ सुन्नी धर्मगुरु की शहादत, राष्ट्रपति रईसी का शोक संदेश और अपराधियों को तत्काल पकड़कर दंडित किए जाने पर ताकीद
Dec ११, २०२२ ०९:१९इस्लामी गणराज्य ईरान में वरिष्ठ सुन्नी धर्मगुरु अब्दुल वाहिद रीगी को आतंकियों ने अग़वा करने के बाद क़त्ल कर दिया।
-
ईरान के सुन्नी मुसलमानों का एक बड़ा क़ाफ़िला कर्बला के लिए रवाना
Sep ०९, २०२२ १०:००मुहिब्बीने आले रसूल (स) नामक ईरान के सुन्नी मुसलमानों के एक कारवां पवित्र नगर कर्बला के लिए रवाना हो गया है। इस क़ाफ़िले में पूरे ईरान से सुन्नी मुसलमानों के अभिजात वर्ग से संबंधित कई समूह शामिल है।
-
वीडियो रिपोर्टः दिलों पर राज करती है कर्बला, दिल्ली में आशूरा संदेश और मुस्लिम एकता पर एक साथ दिखे शिया और सुन्नी
Sep ०८, २०२२ १९:१७भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित ईरान के सांस्कृतिक केंद्र में आशूरा संदेश और इस्लामिक एकता के विषय पर एक संगोष्ठी हुई, जिसमें बड़ी संख्या में शिया और सुन्नी धर्मगुरुओं के अलावा, बुद्धिजीवियों और समाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इस बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं दिल्ली से हमारे संवादादाता शमशाद काज़मी।