पेरिस ओलंपिक में इस्राईल को रोकने हेतु "एक्स" यूज़र्स की अपील
पार्सटुडे- सोशल साइट "एक्स" के कुछ यूज़र्स ने रूस जैसे कुछ स्वतंत्र देशों पर प्रतिबंध लगाये जाने में पश्चिमी देशों की दोहरे मापदंड की नीति की आलोचना की और ओलंपिक खेलों में इस्राईल के बहिष्कार किये जाने पर बल दिया है।
"एक्स" यूज़र्स ने फ़िलस्तीनी जनता के ख़िलाफ़ इस्राईल के अपराधों की प्रतिक्रिया में वर्ष 2024 में पेरिस में होने वाले ओलंपिक खेलों में ज़ायोनी सरकार की उपस्थिति का बहिष्कार किये जाने की मांग की है। इस संबंध में आप चुनिंदा आठ ट्वीटस को देखेंगे।
- ओलंपिक खेल, नस्ली सफ़ाया नहीं है।
सोशल साइट "एक्स" के एक यूज़र इल लिबानेस ने वर्ष 2024 में पेरिस ओलंपिक का आयोजन करने वाली कमेटी के मुख्यालय के सामने फ़िलिस्तीन समर्थकों के प्रदर्शनों की ओर संकेत किया और लिखाः
"फ़िलिस्तीन का समर्थन करने वालों ने वर्ष 2024 में होने वाले पेरिस ओलंपिक का आयोजन करने वाली कमेटी के मुख्यालय के सामने प्रदर्शन किया और इस खेल से इस्राईल को वंचित व बाइकाट किये जाने की मांग की।" पेरिस ओलंपिक में इस्राईल का बहिष्कार करो" "नस्ली सफ़ाया ओलंपिक खेल नहीं है" "जो नस्ली सफ़ाया कर रहे हैं उनके लिए ओलंपिक मना है"
- नहीं, ओलंपिक खेलों में नस्ली सफ़ाया करने वालों को भाग नहीं लेना चाहिये।
उन्होंने लिखाः नस्ली सफ़ाया करने वाले इस्राईल का ओलंपिक खेलों में बहिष्कार करो।
नस्ली सफ़ाये के ज़िम्मेदारों को बहिष्कार किये जाने के बारे में हिन्द बिलअत्तार का ट्वीट
- ओलंपिक दूसरों के सम्मान की जगह है न कि अपराधियों की
ग्रेविल मिल्स (Greville Mills) एक ब्रितानी "एक्स" यूज़र हैं।
उनका मानना है कि वर्ष 2024 के ओलंपिक खेलों में इस्राईल की उपस्थिति इन खेलों की प्रतिष्ठा को आघात लगने का कारण बनेगी। उन्होंने लिखाः
एक काम है जिसे हम अंजाम दे सकते हैं और वह जायोनी सरकार का बहिष्कार है। क्योंकि वे (ज़ायोनियों) दूसरों के साथ व्यापार करने पर निर्भर हैं। सामाजिक और सांस्कृतिक लेनदेन का बाइकाट करें ताकि वे अलग- थलग पड़ जायें। इस्राईल को ओलंपिक खेलों से रोकें क्योंकि ओलंपिक केवल उन राष्ट्रों की जगह है जो दूसरों के साथ समन्वय और दूसरों के सम्मान से ज़िन्दगी गुज़ारते हैं और इस प्रकार के लोगों को चाहिये कि उसमें भाग लें।
- खिलाड़ियों को चाहिये कि वे इस्राईल का बहिष्कार करने के लिए कमर कस लें।
सोशल साइट "एक्स" के एक यूज़र राय राय रामोन हैं।
उन्होंने कुछ खिलाड़ियों द्वारा ज़ायोनी खिलाड़ियों के साथ न खेलने की ओर संकेत किया और लिखाः
इस्राईल को जल्द ही इंटरनेश्नल पैमाने पर हर खेल में खेलने से मना कर दिया जायेगा। केवल देखिये कि जारी वर्ष के अंत में पेरिस में होने वाले ओलंपिक खेलों में क्या होता है। अगर देश, इस्राईल का बहिष्कार नहीं करेंगे तो खिलाड़ी यह काम करेंगे।
- ज़ायोनी सरकार की खेल की समस्त टीमों को बाहर करना
उन्होंने लिखाः इस्राईल की टीमों को खेल के समस्त मुकाबलों से बाहर किया जाना चाहिये! इस्राई का बहिष्कार करो!
खेल के समस्त मुक़ाबलों से इस्राईली टीमों को बाहर करने के बारे में मानिक का ट्वीट
- इस्राईल के साथ हर प्रकार के लेनदेन का बहिष्कार किया जाना चाहिये।
उन्होंने लिखा कि इस्राईल के साथ हर प्रकार का सांस्कृतिक, आर्थिक, खेल और सामाजिक बहिष्कार किया जाना चाहिये। हम हत्यारों और नस्ली सफ़ाया करने वालों के साथ दोस्त नहीं बन सकते।
हत्यारों और नस्ली सफ़ाया करने वालों से दोस्ती करने के भय के बारे में इपारा का ट्वीट
- अगर इस्राईल ओलंपिक में भाग लेगा तो खेल की दुनिया पर शर्म
"एक्स" के एक यूज़र का नाम रुल्ज़ है। वह जायोनी सरकार का परिचय एक नाज़ी आतंकवादी सरकार के रूप में कराते और कहते हैं कि ओलंपिक में भाग लेने से इस्राईल को मना किया जाना चाहिये।
उन्होंने लिखाः इस्राईल को ओलंपिक से रोका जाना चाहिये क्योंकि इस्राईल एक नाज़ी आतंकवादी सरकार है। अगर इस्राईल खेलों में भाग लेता है तो खेल की दुनिया को शर्म आनी चाहिये।
- अगर रूस ओलंपिक से वंचित है तो इस्राईल को भी वंचित किया जाना चाहिये।
पावेल ऑस्ट्रेलिया के एक "एक्स" यूज़र हैं। उन्होंने पश्चिमी देशों की दोहरे मापदंड की नीति की आलोचना की और कुछ स्वतंत्र व स्वाधीन देशों का आह्वान किया कि ओलंपिक में फुटबाल और दूसरे समस्त खेलों में इस्राईल का बहिष्कार किया जाना चाहिये।
उन्होंने लिखाः अगर रूस को मना किया गया है तो नाज़ी इस्राईल को भी मना किया जाना चाहिये।
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