तुर्की में सावधानी हटते ही कोरोना ने पकड़ ली रफ़तार
तुर्की में गर्मी की छुट्टियां और साथ ही ईदुल अज़हा का मौक़ा नतीजे में बहुत ज़्यादा सफ़र और आवाजाही हुई और फिर कोरोना वायरस की रफ़तार अचानक बढ़ने लगी। हालत यह हुई कि कोरोना संक्रमण की दर में अचानक चालीस प्रतिशत की वृद्धि हो गई।
पिछले हफ़्ते एक लाख 17 हज़ार लोग कोरोना के नए वेरिएंट की चपेट में आ गए।...तुर्की के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि महामारी बहुत तेज़ गति से फैलने लगी है इसलिए हम नए उपाय कर रहे हैं....कोरोन संक्रमण बढ़ने का नतीजा यह हुआ कि अस्पतालों में भर्ती होने वाली बीमारों की संख्या तीन गुना बढ़ गई है। हम अब भी कोरोना के हालात से रूबरू हैं। जनता से मेरी अपील है कि टीकाकारण की प्रक्रिया जारी रखें।.....कुछ रिपोर्टें बताती हैं कि नए वेरिएंट के सामने पिछले वैक्सीन बेअसर होते जा रहे हैं। यह बात तुर्की के मेडिकल बोर्ड के सदस्य कहतेहैं...पुराने वैक्सीन ओमीक्रोन के नए वेरिएंट का मुक़ाबला नहीं कर पा रहे हैं इसलिए उन्हें अपडेट करने की ज़रूरत है। तुर्की में दो महीने से मास्क को अनिवार्य घोषित करने वाला क़ानून हटा लिया गया है और आम लोगों में अब कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज़ लेने की रूचि नहीं है।....ज़रूरत यह है कि हर व्यक्ति ख़याल रखे और वैक्सीन ले। ताकि पिछली स्थिति न लौटै। विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार एक बार फिर कोरोना की गाइडलाइन जारी करे और उन पर अमल करवाए। वर्तमान समय में सक्रमण बढ़ने और मरने वालों की दर में वृद्धि की आशंका बनी हुई है इसलिए मास्क तुर्की में फिर से कम्पलसरी हो सकता है। अंकारा से आईआरआईबी के लिए हमीद कामेली की रिपोर्ट