फ़िलिस्तीनी गुटों का आपसी एकजुटता पर बल
फ़िलिस्तीनी गुटों का कहना है कि शर्मुश्शैख की बैठक ज़ायोनी शासन के हित में है।
मिस्र के नगर शर्मुश्शैख़ में रविवार से एक बैठक हो रही है जिसमें मिस्र, जार्डन, स्वशासित फ़िलिस्तीन, ज़ायोनी शासन और अमरीका के अधिकारी भाग ले रहे हैं। फ़िलिस्तीन के प्रतिरोधी गुट अभी से इसको एक विफल बैठक बता रहे हैं।
फ़िलिस्तीनी गुटों का कहना है कि यह बैठक वास्तव में ज़ायोनी शासन को वर्तमान हालात से निकालने की अमरीकी रणनीति है। हमास और जेहादे इस्लामी संगठनों का कहना है कि इस प्रकार की बैठकें सामान्यतः मुफ़्त में ज़ायोनी शासन को विशिष्टताएं देने के लिए होती हैं।
जेहादे इस्लामी के नेता ख़ालिद अलबत्श का कहना है कि आज होने वाली इस बैठका मुख्य उद्देश्य, अलग थलग पड़ चुके ज़ायोनी शासन के प्रधानमंत्री को इस हालत से निकालना है। इसी के साथ हमास के नेता मूसा अबू मरज़ूक़ ने कहा है कि हम इस बैठक का खुलकर विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास ज़ायोनी शासन के विरुद्ध कड़े प्रतिरोध करने का विकल्प मौजूद है।
फ़िलिस्तीनी गुट यह मानते हैं कि शर्मुश्शैख़ बैठक में फ़िलिस्तीन की स्वशासित सरकार की उपस्थति वास्तव में फ़िलिस्तीनियों की आकांक्षाओं को अनेदखा करने के अर्थ में है। इन गुटों के अनुसार इस प्रकार की बैठकें हमेशा ही अवैध ज़ायोनी शासन के हितों की पूर्ति करती हैं।
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