लेबनानी नागरिकों ने ख़ाली हाथ इस्राईली सैनिकों ने टक्कर ले ली
जहां एक तरफ़ इस्राईली सैनिक अभ्यास कर रहे हैं और इस्राईली अधिकारी धमकियों भरे बयान दे रहे हैं वहीं सीमावर्ती इलाक़े में लेबनानी नागरिकों ने ख़ाली हाथ इस्राईली सैनिकों ने टक्कर ले ली।
इस्राईली सैनिकों ने आज़ादा कराए जा चुके लेबनानी इलाक़े फ़र शूबा में सैनिक बंकर बनाने की कोशिश की तो वहां के लोगों ने इस पर भारी विरोध जताया।.....स्थानीय महिला ने बहादुरी से कहा कि यह हमारी ज़मीन है और ज़ायोनी शासन को मिट जाना है यह पहली दफ़ा है कि हम यहां आए हैं और अपनी देश की रक्षा के लिए अपनी जान क़ुरबान कर देंगे। हम अपनी ज़मीन छोड़ेंगे नहीं। लेबनानी युवा यहीं पर नहीं रुके बल्कि कंटीले तारों को पार करके इस्राईल के क़ब्ज़े वाले भाग में घुस गए और इस्राईल को अपनी इस कार्यवाही से भारी मनोवैज्ञानिक दबाव में डाल दिया।.... स्थानीय पुरुष ने कहा कि यह ज़मीन हमारी है और हिज़्बुल्लाह की कोशिशों से यह ज़मीन भी आज़ाद करा ली जाएगी।....ज़ायोनी सैनिकों को यह डर हो गया कि हिज़्बुल्लाह के यह समर्थक इस्राईल की छावनियों की तरफ़ बढ़ सकते हैं तो उन्होंने बक्तरबंद गाड़ियों में बैठकर लेबनानी नागरिकों को डराने की कोशिश की और उन पर आंसू गैस की शेलिंग की। इसकी चपेट में मीडिया के लोग भी आ गए। इस्राईली सैनिकों ने अलमनार, अलआलम और आईआरआईबी के पत्रकारों पर आंसू गैस फ़ायर की।.....लेबनानी पत्रकार ने कहा कि जो कुछ आप देख रहे हैं वह प्रतिरोध का जज़्बा है जो नए हालात पैदा कर रहा है, इस्राईली सैनिकों के पास इन हालात को बदलने की ताक़त नहीं है।.....दो घंटे की भिड़ंत का नतीजा यह हुआ कि इस्राईली सैनिकों को इस इलाक़े से पीछे हटना पड़ा। यानी सीमावर्ती गांव के रहने वाले लेबनानियों ने ख़ाली हाथ इस इलाक़े को ज़ायोनी सैनिकों के क़ब्ज़े से आज़ाद करा लिया। ज़ायोनी मीडिया में यह बहस छिड़ गई है कि कफ़र शूबा के इलाक़े में होने वाली यह घटना किसी बड़ी घटना की बानगी लगती है। अभी अभी आज़ाद होने वाले इस इलाक़े में लेबनानी नागरिक फ़ोटो खिंचवा रहे हैं जबकि इस्राईली सैनिक डरकर अपनी छावनियों में चले गए हें। कफ़र शूबा से आईआरआईबी के लिए मुहम्मद हसन हुसैनी की रिपोर्ट