सीरिया का अल-हौल कैंप क्यों है पूरे क्षेत्र के लिए ख़तरनाक?
इराक के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि अल-हौल शिविर इराक़ और पूरे क्षेत्र के लिए एक वास्तविक ख़तरा है।
सीरिया के अल-हस्का प्रांत में स्थित अल-हौल कैंप में फिलहाल 70 हज़ार से ज़्यादा लोग रह रहे हैं। इनमें 31 हज़ार सीरियाई और 31 हज़ार इराकी हैं।
इस कैंप में अन्य देशों के 12 हज़ार नागरिक मौजूद हैं और अब तक कुछ ही देश अपने दाइश के आतंकियों को इस कैंप से लेने की इच्छा व्यक्त कर चुके हैं।
इराक़ की वा समाचार एजेंसी के अनुसार, रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति के प्रमुख जेन-जेरोम कासाबियांका ने इराक़ के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार क़ासिम अल-आरजी से मुलाक़ात में महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की।
इस मुलाक़ात में दोनों पक्षों ने इराक़ में रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति के साथ संबंधों और सहयोग के विस्तार के तरीके, अल-हौल शिविर के मामले और शरणार्थियों की जांच जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की।
इराक़ के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने एक बार फिर इस बात पर जोर दिया कि अल-हौल शिविर का अस्तित्व, इराक़ और क्षेत्र के लिए एक वास्तविक ख़तरा है।
उनका कहना था कि इराक़ी सरकार सभी मामलों में रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति के साथ सहयोग के लिए तैयार है।
कासाबियांका ने अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए इराक़ सरकार के प्रयासों और सीरिया में अल-हौल शिविर से अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए देशों को लगातार निमंत्रण देने के बग़दाद सरकार के प्रयासों की भी भी सराहना की। (AK)
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