ग़ज़्ज़ा पर ताबड़तोड़ हमले, क्या मिला इस्राईल को?
https://parstoday.ir/hi/news/west_asia-i129062-ग़ज़्ज़ा_पर_ताबड़तोड़_हमले_क्या_मिला_इस्राईल_को
फ़िलिस्तीनी संघर्षकर्ताओं के आश्चर्यजनक आप्रेशन तूफ़ान अल-अक्सा को कई दिन हो चुके हैं और ज़ायोनी शासन द्वारा ग़ज़्ज़ा के आवासीय और नागरिक क्षेत्रों पर अंधाधुंध हमलों में सैकड़ों आम लोग मारे जा रहे हैं।
(last modified 2023-10-11T11:14:15+00:00 )
Oct ११, २०२३ १२:५१ Asia/Kolkata

फ़िलिस्तीनी संघर्षकर्ताओं के आश्चर्यजनक आप्रेशन तूफ़ान अल-अक्सा को कई दिन हो चुके हैं और ज़ायोनी शासन द्वारा ग़ज़्ज़ा के आवासीय और नागरिक क्षेत्रों पर अंधाधुंध हमलों में सैकड़ों आम लोग मारे जा रहे हैं।

ज़ायोनी शासन ग़ज़्ज़ा पर ताबड़तोड़ हमलों का क्रम जारी तो रखे ही हुए है और साथ ही उसने ग़ज़्ज़ा पट्टी की घेराबंदी को तेज़ कर कर दिया जिसकी वजह से ग़ज़्ज़ा की घेराबंदी में 20 लाख से अधिक निवासी पानी और खाद्य सामग्रियों से पूरी तरह से वंचित हो गये हैं जबकि इन कार्यों को अंजाम देना अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों और क़ानूनों के अनुसार युद्ध अपराध माना जाता है।

ज़ायोनी शासन के हवाई हमलों के परिणामस्वरूप ग़ज़्ज़ा के लगभग 5000 से अधिक निवासी शहीद या घायल हो चुके हैं जिनमें से अधिकांश नागरिक, विशेष रूप से बच्चे और महिलाएं हैं। यहां पर यह बात कही जा सकती है कि तूफ़ान अल-अक्सा ऑप्रेशन के दौरान ज़ायोनी शासन कोई ख़ास सफलता हासिल नहीं कर सका है जबकि वह लगातार ग़ज़्ज़ा पर भीषण बमबारी कर रहा है और अपने हमलों से वह घायल फ़िलिस्तीनियों की संख्या 4000 से अधिक तक बढ़ाने में कामयाब रहा है।

ज़ायोनी शासन पिछले पांच दिनों के दौरान ग़ज़्ज़ा पर हज़ारों टन विस्फोटक पदार्थ गिरा चुका है लेकिन इस सबके बावजूद वह मारे गये और घायल फ़िलिस्तीनियों की संख्या को मारे गये और ज़ायोनियों की संख्या से ज़्यादा न कर सका।

ज़ायोनी शासन अभी तक किसी भी संघर्षकर्ता को पकड़ नहीं सका है जबकि हमास के क़ब्ज़े में 150 से अधिक इस्राईली सैनिक हैं जो ज़ायोनी शासन के 75 साल के इतिहास में हमास की सबसे बड़ी कामयाबी समझा जा सकता है क्योंकि यह सफलता इस्राईल और अरब देशों के बीच युद्धों के दौरान भी अरब सेनाओं को हासिल नहीं हुआ था।

इस प्रक्रिया के जारी रहने से युद्ध जारी रह सकता है और युद्ध का दायरा बढ़ भी सकता है क्योंकि इससे पहले लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हिजबुल्लाह सहित प्रतिरोधकर्ता गुटों ने धमकी दी थी कि वे ग़ज़्ज़ा पर ज़ायोनी सेना के जमीनी हमले की स्थिति में चुप नहीं रहेंगे और उत्तरी क्षेत्र से अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन में घुस जाएंगे।

यही नहीं वेस्ट बैंक में मौजूद कुछ प्रतिरोधकर्ता गुटों जैसे कि अरीन अल-ऊसूद ने ग़ज़्ज़ा में प्रतिरोधकर्ता समूहों के साथ एकजुटता की घोषणा की है और तूफ़ान अल-अक्सा ऑपरेशन में प्रवेश करने के लिए अपनी तत्परता की घोषणा की है।

ऐसी स्थिति में यदि ये ग्रुप देखते हैं कि ज़ायोनी शासन, ग़ज़्ज़ा पर बड़े पैमाने पर सैन्य हमले के बजाय ग़ज़्ज़ा में नागरिकों के नरसंहार में व्यस्त है और हर दिन फिलिस्तीनी हताहतों की संख्या में वृद्धि हो रही है तो वह कार्यवाही में संकोच नहीं करेंगे। (AK)

 

हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए

हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए

हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब कीजिए!

ट्वीटर पर हमें फ़ालो कीजिए 

फेसबुक पर हमारे पेज को लाइक करें।