अमरीका मध्यपूर्व में नया संकट उत्पन्न करना चाहता हैः यमन
(last modified Tue, 02 Jan 2024 15:05:41 GMT )
Jan ०२, २०२४ २०:३५ Asia/Kolkata
  • अमरीका मध्यपूर्व में नया संकट उत्पन्न करना चाहता हैः यमन

यमन की संसद का मानना है कि अमरीका इस समय अरब जगत में युद्ध भड़काने में लगा हुआ है। 

यमन की नौसेना पर अमरीकी सैनिकों के हमले पर यमन की संसद ने सोमवार को अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की।  उसका मानना है कि अरब क्षेत्र में युद्ध बढ़ाने के लिए अमरीका इस प्रकार के काम कर रहा है। 

यमन की संसद की ओर से जारी बयान में यह बात कही गई है कि इस देश के जलक्षेत्र में अमरीका, ब्रिटेन और उसके सहयोगियों के नौसैनिकों की उपस्थिति के कारण उनके साथ शत्रु जैसा व्यवहार किया जाएगा। 

बयान में लाल सागर में अमरीकी हमले में 10 यमनी नौसैनिकों की शहादत के संदर्भ में कहा गया है कि यह काम, अवैध ज़ायोनी शासन के समर्थन में किया जा रहा है।  पश्चिमी एशिया में अमरीका की सैन्य कार्यवाहियां, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यापारिक यात्रा के लिए गंभीर चुनौती है।  एसे में यमन की सेना को इस बात का पूरा अधिकार है कि वह विदेशी ख़तरों के मुक़ाबले में अपने देश के जलक्षेत्र की संप्रभुता की सुरक्षा करे। 

यमन की संसद ने इस देश के नागरिकों से आक्रमण कारियों के विरुद्ध उठ खड़े होने का आह्वान किया है।  यमन की सेना ने ग़ज़्ज़ा के समर्थन में पिछले कुछ सप्ताहों के दौरान लाल सागर से गुज़रने वाले उन जहाज़ों को लक्ष्य बनाना आरंभ किया है जो अवैध ज़ायोनी शासन जा रहे होते हैं।  यह काम उसने 19 नवंबर से आरंभ कर रखा। 

यमन के अंसारुल्ला आन्दोलन ने घोषणा कर रखी है कि जबतब ग़ज़्ज़ा पर इस्राईल के हमले रुक नहीं जाते उस समय तक हम अपनी कार्यवाही को नहीं रोकेंगे।

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