यमनी बलिस्टिक मीज़ाईल ने सऊदी तेल कंपनी अरैमको के प्रतिष्ठान को निशाना बनाया
(last modified Fri, 26 Aug 2016 12:53:06 GMT )
Aug २६, २०१६ १८:२३ Asia/Kolkata
  • इस फ़ाइल फ़ोटो में सऊदी अरब के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र जीज़ान में सऊदी राष्ट्रीय कंपनी अरैमको की तेल रिफ़ायनरी का प्रतिष्ठान दिखाई दे रहा है
    इस फ़ाइल फ़ोटो में सऊदी अरब के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र जीज़ान में सऊदी राष्ट्रीय कंपनी अरैमको की तेल रिफ़ायनरी का प्रतिष्ठान दिखाई दे रहा है

यमनी फ़ोर्सेज़ से इस देश पर सऊदी अरब के जारी अतिक्रमण के जवाब में सऊदी अरब की तेल कंपनी अरैमको के प्रतिष्ठान पर मीज़ाईल मारा।

अरैमको का प्रतिष्ठान सऊदी अरब के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र जीज़ान में स्थित है।

अलमसीरा टीवी चैनल के अनुसार, सीरियाई फ़ोर्सेज़ ने शुक्रवार को इस कंपनी के प्रतिष्ठान को बलिस्टिक मीज़ाईल से निशाना बनाया। इस जवाबी कार्यवाही से अरैमको के प्रतिष्ठान को काफ़ी नुक़सान पहुंचा।

ज्ञात रहे सऊदी अरब यमन पर 26 मार्च 2015 से बमबारी कर रहा है। उसके इस अतिक्रमण का लक्ष्य यमन के जनांदोलन अंसारुल्लाह को कमज़ोर करना और इस देश के पूर्व फ़रारी राष्ट्रपति मंसूर हादी को सत्ता में लाना है।

यमन पर सऊदी अरब के अतिक्रमण के नतीजे में स्थानीय सूत्रों के अनुसार, लगभग 10000 नागरिक मारे गए।

 

दूसरी ओर शुक्रवार को ही सऊदी अरब के भाड़े के सैनिकों ने यमन के पश्चिमोत्तरी प्रांत सअदा के बाक़िम ज़िले में एक आवासीय इलाक़े पर हमला किया जिसमें 11 लोग मारे गए।

इससे एक दिन पहले गुरुवार को सऊदी अरब के भाड़े के सैनिकों ने बाक़िम ज़िले में ही एक बाज़ार पर हमला किया था जिसमें 7 लोग मारे गए और 10 अन्य घायल हुए कि जिनमें कुछ की हालत चिंताजनक बतायी जाती है।

गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयुक्त ज़ैद रअद ज़ैद अलहुसैन ने कहा कि सऊदी सेना अंतर्राष्ट्रीय क़ानून का उल्लंघन करते हुए यमन में बस्तियों पर क्लस्टर बम मार रही है। उन्होंने यमन में मारे गए ज़्यादातर बेगुनाह नागरिकों की मौत के लिए सऊदी अरब को ज़िम्मेदार ठहराया है। (MAQ/N)

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