कर्कूक में दाइश के छिपे आतंकी तत्व
(last modified Sat, 22 Oct 2016 12:12:10 GMT )
Oct २२, २०१६ १७:४२ Asia/Kolkata

मूसिल अभियान को शुरु हुए छह दिन हो रहे हैं, दाइश के आतंकियों ने फ़ल्लूजा और रमादी की तरह इस बार कर्कूक में लोगों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया।

शुक्रवार को दाइश के आतंकियों ने कर्कूक प्रांत के कुछ सुरक्षा केन्द्रों पर हमला किया जिसमें इस प्रांत की प्रशासनिक इमारत और कई पुलिस केन्द्र शामिल हैं। इसी प्रकार दाइश के कई आतंकियों ने कर्कूक के बिजली घर में आत्मघाती हमला किया जिसमें 16 लोग हताहत हुए। कर्कूक के प्रशासन ने कर्फ़्यू के ज़रिए स्थिति को अपने नियंत्रण में कर लिया।

दाइश के कर्कूक में आतंकवादी कृत्य कई दृष्टि से अहम हैं। दाइश कर्कूक को निशाना बनाकर मूसिल की आज़ादी में पीशमर्गा फ़ोर्सेज़ की सक्रिय उपस्थिति को रोकना और उनके ध्यान को कर्कूक शहर की ओर मोड़ना चाहता है। ऐसा लगता है कि दाइश के आतंकियों ने मूसिल अभियान को शुरु करने के इराक़ी प्रधान मंत्री के आदेश जारी होने से पहले ही कर्कूक में विध्वसंक गतिविधियों की तय्यारी कर ली थी।

इसी परिप्रेक्ष्य में कर्कूक के प्रशासनिक विभाग के एक सूत्र ने कहा कि जो कुछ कर्कूक में हुआ वह इस शहर में आतंकवादी गुटों के छिपे होने और मूसिल अभियान का नतीजा है। यूं तो दाइश लोगों में डर पैदा करने के लिए अपनी हिंसक छवि को पेश करता रहा है लेकिन इस बार उसने अपने छिपे हुए तत्वों को इस्तेमाल करके इराक़ी सेना के ख़िलाफ़ नई शैली को ज़ाहिर किया है।

हालांकि कर्कूक में कर्फ़्यू के ज़रिए सुरक्षा स्थिति को क़ाबू में कर लिया गया लेकिन अगर दूसरे शहरों में दाइश के छिपे हुए तत्व मौजूद हुए तो मूसिल अभियान के मार्ग में रुकावट खड़ी कर सकते हैं।

वैसे दाइश का मूसिल अभियान को रोकने के लिए सभी हथकंडों का इस्तेमाल करना हैरत की बात नहीं लगती क्योंकि मूसिल अभियान में इराक़ी सेना की कामयाबी से इस देश से दाइश का लगभग पूरी तरह सफ़ाया हो जाएगा। (MAQ/T)

 

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