यमन में अंसारुल्लाह जनांदोलन ने नई राष्ट्रीय सरकार का एलान किया
(last modified Tue, 29 Nov 2016 06:25:40 GMT )
Nov २९, २०१६ ११:५५ Asia/Kolkata
  • 27 नवंबर 2016 को बंदरगाही शहर हुदैदा में सऊदी हवाई हमले से तबाह दूर संचार टावर के मलबे के पास इकट्ठा यमनी नागरिक
    27 नवंबर 2016 को बंदरगाही शहर हुदैदा में सऊदी हवाई हमले से तबाह दूर संचार टावर के मलबे के पास इकट्ठा यमनी नागरिक

यमन के अंसारुल्लाह जनांदोलन और उसके घटकों ने नई राष्ट्रीय एकता सरकार के गठन का एलान किया है।

सोमवार को यमनी न्यूज़ सूत्रों के अनुसार, इस नई सरकार की बागडोर अदन के पूर्व राज्यपाल अब्दुल अज़ीज़ बिन हबतूर संभालेंगे जिन्हें देश के आतंरिक मामलों की देखभाल और इस देश पर सऊदी अरब के जारी अतिक्रमण से निपटने की ज़िम्मेदारी सौंपी गयी है।

यमन की इस नई सरकार में 3 उप-प्रधान मंत्री और 7 राज्य मंत्रियों सहित 35 मंत्री होंगे।

यह नई सरकार यमन की सर्वोच्च राजनैतिक परिषद का स्थान लेगी जो इस साल के शुरु में हौसियों और पूर्व यमनी राष्ट्रपति अब्दुल्लाह सालेह के सहयोग से गठित हुयी थी।

अंसारुल्लाह आंदोलन ने बल दिया है कि नई सरकार के गठन का संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्था से जारी शांति वार्ता प्रक्रिया पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इस वार्ता प्रक्रिया का अंतिम चरण अगस्त 2016 में बिना किसी परिणाम के समाप्त हुआ।

दूसरी ओर यमन की क्रान्तिकारी परिषद के प्रमुख ने राष्ट्रीय एकता की सरकार के गठन को राष्ट्रीय उपलब्धि बताया।

अलआलम के अनुसार, मोहम्मद अली अलहौसी ने यमन में राष्ट्रीय एकता की सरकार की छत्रछाया में आर्थिक स्थिति के बेहतर होने की उम्मीद जताते हुए यमनी जनता व सेना से आर्थिक लड़ाई के आयाम को समझने की अपील की। उन्होंने इसी प्रकार यमनी जनता के बलिदान और यमन के राष्ट्रीय नेताओं को उसकी ओर से समर्थन को अतिक्रमणकारियों की पराजय की गैरंटी बताते हुए कहा कि अतिक्रमणकारी देशों ने यमन पर सैन्य हमले के साथ आर्थिक जंग भी तेज़ कर दी है।

इस बीच यमन पर सऊदी अरब के ताज़ा हमले में 3 मासूम बच्चों सहित 4 लोग हताहत हुए।

यमनी मीडिया से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी तोपख़ानों ने यमन के सअदा प्रांत के शिदा क़स्बे पर गोलाबारी की जिसमें 3 बच्चों सहित 4 लोग हताहत हुए। (MAQ/N)

 

 

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