बहरैन में शैख़ ईसा क़ासिम के समर्थन में प्रदर्शन जारी है
बहरैन में वरिष्ठ शिया धर्मगुरु शैख़ ईसा क़ासिम के समर्थन और इस देश में प्रजातंत्र की स्थापना के लिए सक्रिय कार्यकर्ताओं के जारी दमन के ख़िलाफ़ जनता का प्रदर्शन जारी है।
शनिवार को राजधानी मनामा के पश्चिमोत्तरी गांव दिराज़, जहां शैख़ ईसा क़ासिम का घर है, मनामा के उपनगरीय इलाक़े बिलाद अल-क़दीम और उत्तरी गांवों अलक़दम व अबू सैबा में प्रदर्शन हुए।
प्रदर्शन में शामिल लोग अपने हाथ में शैख़ ईसा क़ासिम और जेल में बंद बहुत से कार्यकर्ताओं की तस्वीर उठाए हुए, सत्ताधारी आले ख़लीफ़ा शासन के ख़िलाफ़ नारे लगा रहे थे। इसी प्रकार लोगों ने मनामा शासन से जेल में बंद राजनैतिक कार्यकर्ताओं की स्थिति स्पष्ट करने की मांग की जिन्हें उनके परिजनों से मिलने नहीं दिया जा रहा है।
ग़ौर तलब है कि शैख़ ईसा क़ासिम बहरैन के भंग हो चुके सबसे बड़े विपक्षी दल अलवेफ़ाक़ इस्लामी सोसायटी के आध्यात्मिक गुरु हैं। शैख़ ईसा क़ासिम की पिछले साल जून में इस आरोप में नागरिकता रद्द कर दी गयी कि उन्होंने विदेशी हितों के लिए अपनी स्थिति का इस्तेमाल किया और हिंसा व सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने की कोशिश की। उस समय से शैख़ ईसा क़ासिम क़ैद हैं। अदालत के अधिकारी उन्हें थोड़े थोड़े समय पर मुक़दमे के लिए तलब करते रहते हैं।
दिराज़ में हुए प्रदर्शन में लोगों ने मनामा शासन द्वारा पिछले छह महीने से इस गांव में समाप्त की गयी इंटरनेट व मोबाइल फ़ोन सेवा पर भी आक्रोश जताया। इंरटनेट व मोबाइल फ़ोन सेवा बंद किए जाने के नतीजे में लोग मनामा पुलिस के लोगों के साथ दुर्व्यवहार व हिंसक व्यवहार की फ़ूटेज पोस्ट नहीं कर पा रहे हैं। (MAQ/N)