दाइश ने पहली बार मूसिल में हार स्वीकार की
तकफ़ीरी आतंकवादी गुट दाइश ने पहली बार उत्तरी इराक़ के नैनवा शहर में अपनी हार स्वीकार की है।
एक स्थानीय सूत्र ने सूमरिया न्यूज़ को बताया कि दाइश ने पहली बार नैनवा प्रांत के केन्द्र मूसिल में इराक़ी सैनिकों के साथ लड़ाई में अपनी हार को स्वीकार किया है। इस सूत्र ने बताया कि दाइश का प्रचारिक तंत्र पूर्वी मूसिल से रणनैतिक दृष्टि से पीछे हटने जैसी शब्दावली का इस्तेमाल कर रहा है जो इराक़ी फ़ोर्सेज़ के मुक़ाबले में दाइश की हार की खुली स्वीकारोक्ति है।
इस स्थानीय सूत्र ने कहा, “दाइश कुछ दिन पहले तक अपने तत्वों व सरग़नाओं की ऐसी वीडियो प्रसारित कर रहे थे जिसमें वह मूसिल शहर के पूर्वी भाग के मुहल्लों में अपनी मौजूदगी पर बल दे रहे थे लेकिन अचानक स्थिति बदल गयी और अब वे रणनैतिक दृष्टि से पीछे हटने की बात कर रहे हैं जो पहली बार इस बात की स्वीकारोक्ति है कि पूर्वी मुसिल में लड़ाई में दाइश के तत्व हार गए हैं।”
इस सूत्र ने आगे कहा कि दाइश इस बात की कोशिश कर रहा है कि उसकी इस हार का असर मूसिल में दजला नदी के दूसरे किनारे पर लड़ने वाले तत्वों पर न पड़े। इसी प्रकार दाइश ने दजला नदी के दाहिने तट पर स्थित मोहल्लों में अपने कमान्डरों से नौकांए भेजने की गुहार लगायी है, ताकि पूर्वी मूसिल से फ़रार कर रहे तत्वों को दजला नदी के ज़रिए स्थानांतरित करे।
ज्ञात रहे इराक़ी फ़ोर्सेज़ ने 17 अक्तूबर 2016 को मूसिल की आज़ादी कार्यवाही शुरु की और अब तक वह शहर के बाएं तट के ज़्यादातर इलाक़ों को दाइश के चंगुल से आज़ाद करा चुकी है।(MAQ/N)