इराक़, अमरीका ने स्वीकार किया आम नागरिकों का जनसंहार
पश्चिमी मीडिया ने घोषणा की है कि अमरीकी सेना ने उत्तरी इराक़ में मूसिल शहर में आम नागरिकों के जनसंहार की ज़िम्मेदारी स्वीकार कर ली है। फ़्रांस प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार अमरीकी कमान्ड ने घोषणा की है कि अमरीकी युद्धक विमानों ने पश्चिमी मूसिल में दसियों आम नगारिकों का जनसंहार किया और कई अन्य को घायल कर दिया।
इसी के साथ अमरीकी कमान्ड केन्द्र ने इराक़ में अपने अपराधों पर पर्दा डालते हुए दावा किया कि इराक़ी सेना की अपील पर उसके युद्धक विमानों ने क्षेत्र पर हमला किया था। यह एेसी स्थिति में है कि इराक़ में अमरीकी के नये अपराधों में मारे गये लोगों की संख्या में वृद्धि की सूचना है।
जारी किए गये आंकड़ों में बताया गया है कि मूसिल शहर के आवासीय क्षेत्र पर हुए अमरीका के हवाई हमले में मारे गये लोगों की संख्या 263 हो गयी है। मूसिल सिटी के निवासियों का कहना है कि शहर के पश्चिमी क्षेत्र के अवासीय क्षेत्रों पर 13 और 17 मार्च को दो युद्धक विमानों ने हमला किया था।
अमरीका के हवाई हमले हज़ारों आम नागरिकों के मारे जाने का कारण बने हैं और अमरीकी रिपोर्ट में इस प्रकार के हमलों में मारे जाने वालों को आंशिक नुक़सान के रूप में याद किया जाता है। अमरीकी सेना ने दो महीने पहले भी दावा किया था कि एक वर्ष पहले इराक़ और सीरिया में गठबंधन के ग़लती से होने वाले हवाई हमले में लगभग 100 आम लोग मारे गये थे।
इसके बावजूद रूस के रक्षामंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि इस अवधि में इराक़ और सीरिया में अमरीका के नेतृत्व में होने वाले हवाई हमलों में लगभग एक हज़ार लोग मारे गये हैं।
राजनैतिक टीकाकारों का कहना है कि अमरीकी अपराधों में पाए जाने वाले प्रमाणों और साक्ष्यों से पता चलता है कि इराक़ और सीरिया में अमरीका के हवाई हमलों का लक्ष्य संदिग्ध और शत्रुतापूर्ण लक्ष्यों के लिए है। इराक़ी परिवर्तनों और इसके बारे में अमरीका की गतिविधियों से यह समझा जा सकता है कि अमरीका आतंकवादियों को मज़बूत करने और उन्हें अवसर देने के अतिरिक्त किसी और लक्ष्य पर काम नहीं कर रहा है और इसी सब बहानों से वह आम नागरिकों पर हमले को ग़लती से होने वाला हमला क़रार देता है। (AK)