मुद्दई सुस्त, गवाह चुस्त, “सोना” मना है... + फ़ोटो
(last modified Sat, 01 Apr 2017 03:47:15 GMT )
Apr ०१, २०१७ ०९:१७ Asia/Kolkata
  • मुद्दई सुस्त, गवाह चुस्त, “सोना” मना है... + फ़ोटो

जार्डन में होने वाला अरब संघ का शिखर सम्मेलन इन दिनों काफ़ी चर्चा में हैं।

शिखर सम्मेलन के आयोजन और इसमें होने वाली चर्चा तथा इसके घोषणा पत्र पर अधिक चर्चा नहीं हो रही है बल्कि इसमें सोने में महारत और दक्षता दिखाने वाले अरब नेताओं के सोने के अंदाज़ पर ख़ूब चर्चा हो रही है। डेड सी में होने वाली इस बैठक में चार अरब नेता यमन के त्याग पत्र दे चुके राष्ट्रपति मंसूर हादी, फ़िलिस्तीनी प्रशासन के प्रमुख महमूद अब्बास, कुवैत नरेश और जिबूती के राष्ट्रपति को सोते हुए कैमरे ने देख लिया।

कुवैत नरेश और जिबूत के राष्ट्रपति के सोने पर तो किसी ने अधिक आपत्ति नहीं जताई किन्तु जिस लक्ष्य के अंतर्गत यह बैठक हुई थी उसके मुख्य कर्ता धर्ता के रूप में मंसूर हादी और महमूद अब्बास के सोने पर अरब जगत में काफ़ी रोष पाया जाता है। अरब संघ के इस शिखर सम्मेलन में यमन और फ़िलिस्तीन के मुद्दे पर विशेष रूप से चर्चा हो रही थी।

अरब जगत के प्रसिद्ध टीकाकार अब्दुल बारी अतवान ने अपने लेख में लिखा कि क्या यह अरब नेता थोड़ी देर के लिए अपनी नींद को नियंत्रित नहीं कर सकते थे जबकि बैठक उन्हीं से संबंधित मामलों पर हो रही थी। उनका कहना था कि मुझे नहीं पता कि इन नेताओं के सोने को कैमरे ने जानबूझकर क़ैद किया या यूं ही ग़लती से हो गया किन्तु यह देखकर याद आया कि मुद्दई सुस्त, गवाह चुस्त। पूरी दुनिया यमन संकट और फ़िलिस्तीन मुद्दे को लेकर परेशान है और यह नेता इस प्रकार की महत्वपूर्ण बैठकों में सोने से ही बाज़ नहीं आ रहे हैं। इनकी नींद से ऐसा प्रतीत होता है कि यह लोग दुनिया में जो कुछ हो रहा है विशेषकर यमन और फ़िलिस्तीन में सब से सहमत हैं और इनकों को लोगों के जनसंहार और फ़िलिस्तीन पर इस्राईल के अतिग्रहण की कोई चिंता नहीं है।

अब्दुल बारी अतवान लिखते हैं कि अगले वर्ष भी इसी समय यह बैठक होगी और अब आयोजनकर्ताओं को एक बैनर पर लिखना होगा कि सोना मना है। (AK)

 

टैग्स