मूसिल के ताज़ा हालात और इराक़ियों को समझदारी दिखाने की ज़रूरत
मूसिल के ताज़ा हालात और इराक़ियों को समझदारी दिखाने की ज़रूरत
इराक़ी प्रधान मंत्री हैदर अलएबादी ने मूसिल की आज़ादी को निकट बताते हुए इस शहर की आज़ादी के बाद की चुनौतियों के संबंध में सचेत किया।
हैदर अलएबादी ने शनिवार को बग़दाद में ‘राष्ट्रीय एकता’ सम्मेलन में कहा कि मूसिल की आज़ादी के साथ ही इराक़ नए चरण में पहुंच जाएगा कि जिसके बाद आज़ाद इलाक़ों में विस्थापितों का लौटना, सेवा पहुंचाना और मूल ढांचों का निर्माण सबसे बड़ी चुनौतियां होंगी। उन्होंने इराक़ में सांप्रदायिक षड्यंत्र से निपटने का एकमात्र रास्ता राष्ट्रीय एकता और नागरिकों के साथ समान व्यवहार को बताया।
मूसिल की आज़ादी की इराक़ के दूसरे इलाक़ों की आज़ादी से तुलना नहीं की जा सकती। मूसिल इराक़ संकट में शामिल सभी पक्षों के लिए अहम है। मूसिल दाइश के आतंकियों के लिए भी अहम है क्योंकि इसे उन्होंने अपनी स्वयंभु ख़िलाफ़त का केन्द्र मान रखा है और इराक़ में यह उनका अंतिम गढ़ भी है। मूसिल इराक़ सरकार के लिए भी बहुत अहमियत रखता है। इराक़ सरकार के लिए मूसिल में दाइश को हराने का अर्थ इस देश से आतंकियों का सफ़ाया और इराक़ की संप्रभुता की रक्षा है। मूसिल कुर्दों के लिए भी अहमियत रखता है क्योंकि इस शहर के कुछ भाग को लेकर कुर्दिस्तान क्षेत्र और इराक़ की केन्द्र सरकार के बीच मतभेद हैं। इसलिए इस बात की आशंका है कि मूसिल की आज़ादी के बाद इसके संचालन को लेकर कुर्द और बग़दाद सरकार के बीच विवाद उठे।
बहरहाल इराक़ के हालात यह दर्शाते हैं कि इराक़ियों के बीच एकता और स्वदेशी क्षमता पर भरोसे का, दाइश से निपटने में इराक़ियों की सफलता में मुख्य रूप से रोल रहा है।
इस बिन्दु का उल्लेख भी ज़रूरी है कि दाइश अपने निकट अंत के मद्देनज़र, इराक़ में पूरी तरह अपने विनाश से बचने के लिए अपराध में तेज़ी ला सकता है कि जिसमें वह रासायनिक हथियार भी इस्तेमाल कर सकता है। (MAQ/T)