बहरैन, 5 अन्य लोगों को उम्र क़ैद
बहरैन के आले ख़लीफ़ा शासन की नीतियां जारी हैं और बहरैन के अपराधिक न्यायालय ने पांच अन्य राजनैतिक क़ैदियों को उम्र क़ैद की सज़ा सुनाई है।
मेहर न्यूज़ एजेन्सी की रिपोर्ट के अनुसार, बहरैन के न्यायालय ने गुरुवार को इसी प्रकार आठ नागरिकों की नागरिकता रद्द कर दी है।
बहरैन में शीया वरिष्ठ धर्मगुरु शैख़ ईसा क़ासिम के घर पर सैनिकों के हमले के मंगलवार के हमले के बाद, बहरैनियों को गिरफ़्तार किए जाने का नया क्रम आरंभ हो गया है। आले ख़लीफ़ा शासन के पिट्ठुओं ने राजधानी मनामा के दुराज़ क्षेत्र में लोगों के घरों पर हमला कर दिया और बहुत से युवाओं को आरोप के बिना ही गिरफ़्तार कर लिया।
दूसरी ओर बहरैनी नागरिकों ने सुरक्षा बलों की चेतावनियों को एक ओर रखते हुए देश के विभिन्न क्षेत्रों विशेषकर राजधानी मनामा के दुराज़ क्षेत्र में सड़कों पर प्रदर्शन किए और आले ख़लीफ़ा शासन की दमनात्मक कार्यवाहियों पर रोष व्यक्त किया।
शैख़ ईसा क़ासिम के घर पर हमले के बाद से ही देश के विभिन्न क्षेत्रों में प्रदर्शनों और धरनों का क्रम जारी है। प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए सुरक्षा बलों ने आंसू गैस और पैलेट गनों का प्रयोग किया। शैख़ ईसा क़ासिम के घर पर सैनिकों के हमले के बाद सुरक्षा बलों और स्थानीय लोगों के बीच होने वाली झड़पों में पांच लोग हताहत और 100 से अधिक घायल हो चुके हैं जबकि सुरक्षा बलों ने लगभग 300 लोगों को गिरफ़्तार भी कर लिया है।
ज्ञात रहे कि बहरैन में 2011 से आले ख़लीफ़ा शासन की दमनात्मक कार्यवाहियों के विरुद्ध तथा लोकतंत्र की स्थापना के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शनों का क्रम जारी है। (AK)