अमेरिका और ब्रिटेन आतंकवादियों को रासायनिक हथियार दे रहे हैंः रूस
(last modified Thu, 17 Aug 2017 14:18:38 GMT )
Aug १७, २०१७ १९:४८ Asia/Kolkata

दमिश्क के निकट cn और cs युक्त विषैले गोले बरामद हुए हैं और इन गोलों का निर्माण अमेरिका और ब्रिटेन की दो कंपनियों ने किया है।

रूस ने घोषणा की है कि अमेरिका और ब्रिटेन सीरिया में आतंकवादियों को रासायनिक हथियार देकर अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन कर रहे हैं। रूसी विदेशमंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़ाख़ारोआ ने सीरिया के उप विदेशमंत्री फैसल मिक़दाद के बयान की ओर संकेत करते हुए कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन ने आतंकवादियों को रासायनिक हथियार दिये हैं।

फैसल मिक़दाद ने कहा है कि हलब की स्वतंत्रता के लिए की जाने वाली कार्यवाही के दौरान और दमिश्क के निकट cn और cs युक्त विषैले गोले बरामद हुए हैं और इन गोलों का निर्माण अमेरिका और ब्रिटेन की दो कंपनियों ने किया है।

सीरिया में आतंकवादियों के समर्थक अमेरिका और ब्रिटेन की रूस द्वारा एक बार फिर आलोचना इस बात की सूचक है कि पश्चिम ने न केवल सीरिया संकट के उत्पन्न करने और उसे जारी रखने में भूमिका निभाई है बल्कि आतंकवादियों को रासायनिक हथियार देकर सीरिया में मानवता विरोधी कार्यवाहियों के विषम होने में भी भागीदार हैं।

रोचक बात यह है कि अब तक पश्चिमी देशों विशेषकर अमेरिका ने बारमबार ये दावे किये हैं कि सीरिया की सेना ने रासायनिक हथियारों का प्रयोग किया है जबकि आज तक यह दावा सिद्ध नहीं हो सका है।

अभी पिछले अप्रैल महीने में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने किसी प्रमाण के बिना दावा किया था कि सीरिया की सेना ने ख़ान शैख़ून क्षेत्र में रासायनिक हथियारों का प्रयोग किया है और इसी को बहाना बनाकर उन्होंने सीरिया की शईरात हवाई छावनी पर अमेरिकी सैनिकों को प्रक्षेपास्त्रिक हमले का आदेश दिया था।

मध्यपूर्व के एक विशेषज्ञ हुसैन रोइवरान के कथनानुसार रासायनिक हथियार निषेध संगठन ने घोषणा की थी कि किसी प्रकार का रासायनिक हथियार सीरिया में नहीं है।

इसके अलावा मौजूद बहुत से प्रमाण इस बात के सूचक हैं कि पश्चिमी कंपनियां व सरकारें सीरिया में आतंकवादियों को रासायनिक हथियारों से लैस करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

रूस ने बारम्बार आतंकवादी गुटों द्वारा रासायनिक हथियारों के प्रयोग के बारे में चेतावनी दी थी और उसे वह रासायनिक हथियार निषेध कंवेशन का उल्लंघन मानता है और इस संबंध में वह अंतरराष्ट्रीय जांच कराये जाने की मांग कर रहा है।

साथ ही रूस की इस मांग को पश्चिमी देशों की उपेक्षा का सामना है। इस बीच मॉस्को पश्चिम पर इस संबंध में दोहार मापदंड अपनाये जाने का आरोप लगाता है।

बहरहाल आतंकवादी गुटों के समर्थक पश्चिमी देश इन गुटों की कार्यवाहियों व अपराधों की अनदेखी कर रहे हैं और उनका प्रयास है कि आतंकवादी गुटों ने सीरिया में जो रासायनिक हथियारों का प्रयोग किया है उसमें उनकी भूमिका स्पष्ट न होने पाये। MM

 

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