शेख़ अली सलमान के ख़िलाफ़ बहरैन सरकार की नई साज़िश
बहरैन के आले ख़लीफ़ा शासन द्वारा विपक्षी दलों से राजनीतिक बदला लेना सिलसिला जारी है। बहरैन सरकार ने हाल ही शेख़ सलमान पर क़तर के साथ मिलकर साज़िश रचने का आरोप लगया था।
बहरैन से प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार, बहरैन की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के प्रमुख शेख़ अली सलमान ने आले ख़लीफ़ा के आरोपों को झूठा बताते हुए उसको कड़ाई से रद्द कर दिया है
याद रहे कि बहरैन के अटॉर्नी जनरल ने विपक्षी नेता शेख़ अली सलमान पर आरोप लगाया है कि वह क़तर के अधिकारियों के संपर्क में हैं और क़तर की सरकार के साथ मिलकर बहरैन के राष्ट्रीय हितों को नुक़सान पहुंचाने का षड्यंत्र रच रहे हैं।
बहरैन की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी अलवेफ़ाक़ के नेताओं ने आले ख़लीफ़ा शासन के इन नए आरोपों को निराधार, मनगढ़ंत और सरकार की ओर से एक सोची-समझी घीनौनी साज़िश बताते हुए इसको ख़ारिज कर दिया। अलवेफ़ाक़ के नेताओं ने एक बयान जारी करके कहा है कि इस तरह के आरोप केवल इस लिए लगाया जा रहे हैं ताकि शेख़ अली सलमान की क़ैद में विस्तार किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि बहरैन की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी अलवेफ़ाक़ के प्रमुख जिनपर आले ख़लीफ़ा शासन पहले से ही कई निराधार आरोप लगाकर 4 सालों से क़ैद में रखे हुए है। आले ख़लीफ़ा सरकार नहीं चाहती कि शेख़ सलमान जेल से बाहर आएं इसलिए पहले से ही कई निराधार आरोप लगाकर उनकी सज़ा को बढ़ाना चाहती है। (RZ)