पूर्वी सीरिया में भी दाइश का ठिकाना ध्वस्त
सीरिया की सेना घटक फ़ोर्सेज़ सीमावर्ती शहर अलबूकमाल के भीतर पहुंच चुकी हैं जिसका अर्थ यह है कि पूर्वी सीरिया का दाइश का अंतिम ठिकाना भी ध्वस्त भो गया है।
यह दैरुज़्ज़ूर को दाइश के चंगुल से आज़ाद कराने के बाद सीरियाई सेना को मिलने वाली एक और बड़ी सफलता है।
सीरियाई सेना ने गत तीन नवम्बर को घोषणा की थी कि दैरुज़्ज़ूर शहर को दाइश के चंगुल से पूरी तरह आज़ाद करा लिया गया है और सेना देश के अन्य क्षेत्रों से आतंकियों को खदेड़ देने तक कार्यवाही जारी रहेगी। इस संदर्भ में अलमयादीन टीवी चैनल ने बुधवार की रात एक रिपोर्ट में बताया कि सीरियाई सेना घटक फ़ोर्सेज़ की मदद से अलबूकमाल को आज़ाद कराने में सफल हो गई जो पूर्वी सीरिया में दाइश का आख़िरी ठिकाना था। यह शहर इराक़ के सीमावर्ती शहर अलक़ायम के क़रीब स्थित है। इराक़ का अलक़ायम शहर भी तीन नवम्बर को दाइश के क़ब्ज़े से आज़ाद कराया जा चुका है।
अलबू कमाल शहर में प्रवेश करने के बाद सीरियाई सेना संयुक्त सीमा तक पहुंची जहां इराक़ी फ़ोर्सेज़ पहले से मौजूद थीं और छह साल बाद इस संयुक्त सीमा पर दोनों सेनाओं ने अपनी पोज़ीशनें संभाल लीं।
सीरिया और इराक़ में एक साथ आतंकी संगठन दाइश के सफ़ाए का सीधा संदेश यह है कि इस्लामी गणतंत्र ईरान, सीरिया, इराक़ और रूस के सहयोग से दाइश के समर्थकों की साज़िश को विफल बना दिया गया है और कोई भी दाइश के शासन की बात नहीं कर रहा है। यह क्षेत्रीय देशों की बहुत प्रभावी भूमिका की कामयाबी है।
अलबूकमाल शहर की आज़ादी एक तरह से दाइश के ताबूत की आख़िरी कील है और यह स्पष्ट हो गया है कि दाइश की मदद से सीरिया और इराक़ में अमरीका, इस्राईल, सऊदी अरब और इमारत ने जो खेल शुरू किया था उसका पटाक्षेप हो चुका है।