लेबनानी विदेश मंत्रीः हरीरी की वापसी से ही यक़ीन होगा कि वह आज़ाद हैं
लेबनान के विदेश मंत्री जिबरान बासिल ने साफ़ कर दिया है कि प्रधानमंत्री सअद हरीरी की लेबनान वापसी की स्थिति में ही हम यक़ीन करेंगे कि वह स्वतंत्र हैं और उन्हें सऊदी अरब में गिरफ़तार नहीं किया गया है।
बासिल ने मंगलवार को फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैकरां से पेरिस में अपनी मुलाक़ात में यह बात कही। उन्होंने कहा कि हम आशा करते हैं कि यह मुद्दा सअद हरीरी की तत्काल लेबनान वापसी से हल हो जाएगा क्योंकि लेबनान पहुंच जाने के बाद सअद हरीरी को कुछ भी करने का पूरा अधिकार होगा।
सऊदी अरब की ओर से लेबनान के विरुद्ध दंडात्मक क़दम उठाए जाने के बारे में लेबनान के विदेश मंत्री का कहना था कि सऊदी अरब केवल लेबनान नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र की शांति व स्थिरता को निशाना बनाने का ज़िम्मेदार होगा क्योंकि लेबनान में किसी भी प्रकार की अशांति से पूरा क्षेत्र प्रभावित होगा।
उधर सअद हरीरी ने मंगलवार को ट्वीट किया है कि वह दो दिन में लेबनान लौट रहे हैं।
सअद हरीरी ने सऊदी अरब जाकर अपने त्यागपत्र की घोषणा की थी। 4 नवम्बर को अपनी इस घोषणा के बाद से सअद हरीरी सऊदी अरब में हैं और यह आशंका है कि सऊदी अरब ने उन्हें त्यागपत्र देने पर मजबूर किया है और उसके बाद से उन्हें नज़रबंद कर दिया गया है। हालांकि त्यागपत्र देने के बाद सअद हरीरी इमारात भी गए, उन्होंने बयान भी दिया और इंटरव्यू भी दिया लेकिन परिस्थितियों को देखते हुए लेबनान के लोगों की शंका और भी बढ़ गई इस संदेह को बल मिला कि सऊदी अरब में उन्हें नज़रबंद किया गया है।