सअद हरीरी मामले में फ़्रांस की धमकी से घबराए सऊदी अधिकारी,
लेबनान के प्रधानमंत्री सअद हरीरी का मुद्दा अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा बन चुका है और सूचना है कि फ़्रांस की न्यायपालिका इस मामले में सऊदी अरब के वरिष्ठ अधिकारियों के ख़िलाफ़ कार्यवाही करने पर विचार कर रही है।
फ़्रांस की सरकार ने सऊदी अरब को औपचारिक रूप से सूचित कर दिया है कि लेबनान के प्रधानमंत्री सअद हरीरी फ़्रांस के भी नागरिक हैं अतः फ़्रांस की न्यायपालिका सऊदी अरब में उनकी गिरफ़तारी के मामले की जांच शुरू कर सकती है और इस मामले में सऊदी अरब के वरिष्ठ अधिकारी जांच के दायरे में आएंगे।
फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैकरां ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सअद हरीरी सऊदी अरब में मौजूद हैं आशा है कि वह कुछ ही दिनों में फ़्रांस आ जाएंगे, मैंने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान और सअद हरीरी से बात की है और इस बात पर सहमति बनी है कि वह अपने परिवार के साथ फ़्रांस आएंगे और कुछ दिन ठहरेंगे।
मीडिया गलियारों का कहना है कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति सअद हरीरी के मामले में बहुत सक्रिय हैं। फ़्रांस इस कोशिश में है कि सऊदी अरब को कोई एसा रास्ता दिखाए जिससे सअद हरीरी के मामले में सऊदी अधिकारियों को अपनी बड़ी ग़लती के बाद इज्ज़त बचाने का मौक़ा मिल जाए। इस बात के संकेत हैं कि सऊदी अरब इस सौदे के लिए तैयार हो गया है लेकिन उनकी शर्त रखी है कि सअद हरीरी इस पूरे मामले में मौन धारण कर लेंगे और राजनीति से अलग हो जाएं।
फ़्रांसीसी अधिकारियों ने सऊदी अरब के बारे में वैसे तो नर्म बयान दिए लेकिन अनौचारिक चैनलों से फ़्रांसीसी अधिकारियों ने सऊदी अधिकारियों को फटकार लगाई है और उन पर स्पष्ट कर दिया है कि सअद हरीरी की गिरफ़तारी का मामला बहुत गंभीर है। फ़्रांसीसी अधिकारियों ने रियाज़ सरकार को यह भी बता दिया है कि बड़ी शक्तियां सऊदी अरब के ख़िलाफ़ कड़े दंडात्मक क़दम उठाने के बारे में विचार करने लगी हैं क्योंकि रियाज़ सरकार ने सअद हरीरी को गिरफ़तार करके अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों का उल्लंघन किया है और अलग अलग देशों के प्रतिनिधिमंडलों की रियाज़ यात्रा के दौरान भी अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों की अनदेखी की है।
फ़्रांसीसी अधिकारियों ने रियाज़ सरकार को सबसे बड़ी धमकी यह दी है यदि फ़्रांसीसी न्यायपालिका ने कार्यवाही शुरू कर दी तो सऊदी अधिकारियों पर यूरोप की यात्रा पर प्रतिबंध लग जाएगा।
एसा लगता है कि फ़्रांस की इस धमकी और दूसरी ओर सअद हरीरी की गिरफ़तारी के मामले को सुरक्षा परिषद में ले जाने की लेबनान की घोषणा से सऊदी सरकार घबरा गई है और मुहम्मद बिन सलमान फ़्रांसीसी राष्ट्रपति से बातचीत में इस बात पर तैयार हो गए हैं कि सअद हरीरी को फ़्रांस जाने की अनुमति देंगे लेकिन इस शर्त पर कि वह फ्रांस पहुंचने के बाद पूरे प्रकरण पर ख़ामोश रहें।